पौढ़ी गढ़वाल. छात्र काउंसिल का निर्णय निरस्त करने और छात्रसंघ के गठन के लिए आंदोलित एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र प्रशासनिक भवन के रास्ते से हट गए हैं। इसके चलते सोमवार से विवि के प्रशासनिक भवन में कामकाज शुरू हो गया है। वहीं, आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त छात्र परिषद के सदस्यों की पुन: कुलपति और अन्य अधिकारियों से वार्ता हुई। अधिकारियों ने मंगलवार को आयोजित होने वाली कार्य परिषद की बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर इसके प्रति उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।

सोमवार सुबह गढ़वाल विवि के कार्यालयों में सामान्य रूप से कामकाज शुरू हो गया। दीक्षांत समारोह को देखते हुए और शनिवार को कुलपति के मौखिक आश्वासन के बाद छात्रों ने गेट का रास्ता खोल दिया। अब छात्र गेट के एक कोने पर धरने में बैठे हैं। छात्र नेताओं की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल और कुलसचिव डॉ. अजय खंडूड़ी समेत अन्य अधिकारियों के साथ कुलपति सभागार में बैठक आयोजित हुई। कुलपति ने आश्वासन दिया कि कार्य परिषद की बैठक छात्रसंघ के संबंध मेें प्रस्ताव पारित कर इसकी प्रति छात्रों को उपलब्ध करा दी जाएगी। छात्रसंघ की प्रणाली यथावत रखने का प्रस्ताव पारित होने के बाद केंद्रीय विवि एक्ट में संशोधन करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भेज देंगे। तय किया गया कि छात्रों का प्रतिनिधिमंडल भी एक्ट में संशोधन करवाने के लिए दिल्ली जाएगा। छात्रों ने विवि प्रशासन से एक दिसंबर को दीक्षांत समारोह में शिरकत करने आ रहे रक्षा प्रमुख जनरल विपिन रावत से मुलाकात करवाने और समारोह स्थल में प्रवेश की अनुमति देने की मांग की। कुलसचिव डॉ. खंडूड़ी ने बताया कि छात्रों की जनरल रावत से मुलाकात करवाई जाएगी। कोविड काल चल रहा है। समारोह स्थल में चुनिंदा लोग ही मौजूद रहेंगे। 2-3 छात्र प्रतिनिधियों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।