नई दिल्ली. एक वक्त था जब भारत विश्व की महाशक्तियों के भरोसे रहता था आज भारत बोलता है दुनिया सुनती है. दुनिया इस वक्त जिस नेता के लिए क्रेजी हैं वो पीएम नरेंद्र मोदी हैं. पूरी दुनिया पीएम मोदी की शख्सियत और व्यक्तित्व की कायल है. दुनिया के लीडर उनके बड़े और कड़े फैसले लेने की हिम्मत के मुरीद हैं. पिछले 9 सालों में जिस तरह से पीएम मोदी ने भारत की छवि को दुनिया के सामने पेश किया, उसने दुनियाभर के नेताओं को उनका फैन बना दिया. आज विश्व के नेता उनके शानदार प्रतिनिधित्व को सैल्यूट करते हैं. घरेलू राजनीति में पीएम मोदी जितने फेमस हैं वैसे ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अमिट छाप छोड़ चुके हैं, आलम ये है कि विश्व के तमाम नेता उन्हें एक ग्लोबल लीडर मानते हैं.
विश्व की महाशक्तियों में एक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पीएम मोदी का ऑटोग्राफ मांगते हैं. हिरोशिमा G7 समिट के लिए पीएम मोदी जापान गए थे, क्वाड मीटिंग के दौरान जब उनका जो बाइडेन से सामना हुआ, तो बाइडेन ने उनकी जमकर तारीफ की. उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि आप भीड़ कैसे मैनेज करते हैं. अमेरिका में आपकी बहुत लोकप्रियता है. हजारों लोग आपसे मिलना चाहते हैं. फिल्म एक्टर के फोन आ रहे हैं. रिश्तेदारों के भी फोन आ रहे हैं. आपके इवेंट में आने के लिए लोग बेकरार हैं. मुझे आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए.
वहीं, ऑस्ट्रेलिया में पीएम मोदी का क्रेज इतना है कि उनके इवेंट में आने के लिए लोग बेकरार हैं. सिडनी में मोदी के स्वागत के लिए इतना उत्साहित हैं कि लोगों के लिए जगह कम पड़ रही है. पीएम मोदी 23 मई को सिडनी जा रहे हैं. जहां पर उनके भव्य स्वागत की तैयारियां की गई हैं. जब हिरोशिमा में ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज और पीएम मोदी की मुलाकात हुई तो उन्होंने भी अपने दिल की बात पीएम मोदी को बता ही दी.
इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया में मची उथल-पुथल के बीच भारत की तटस्थ विदेश नीति ने दुनिया का ध्यान खींचा है. भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है, जो रूस से भी बात कर रहा है और अमेरिका से भी बात कर रहा है. प्रधानमंत्री मोदी रूस और यूक्रेन, दोनों देशों के नेताओं के संपर्क में रहे हैं. जहां पीएम मोदी युद्ध पर पुतिन को विश्व शांति का संदेश देते हैं. पीएम मोदी यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी मुलाकात करते हैं, जिसको लेकर पीएम मोदी यूक्रेन में जमकर तारीफ होती है. पीएम मोदी के इसी अंदाज ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी उनका कायल बना दिया, पुतिन को आइना दिखाने पर मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में पीएम मोदी की तारीफ की.
पीएम मोदी किस कदर दुनिया में लोकप्रिय नेता हो चुके हैं, उसकी बानगी दिखती है. अमेरिका डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘द मॉर्निंग कंसल्ट’ के ताजा सर्वे में जिसकी अप्रूवल रेटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक समेत दुनिया के 22 देशों के नेताओं को पीछे छोड़ दिया है. इस लिस्ट में पीएम मोदी को 78 फीसदी ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग मिली. दूसरे नंबर पर स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट हैं. उन्हें 62% अप्रूवल रेटिंग मिली. इस सूची में तीसरे नंबर पर मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर हैं. उन्हें भी 62% अप्रूवल रेटिंग पॉइंट मिले.
अब सवाल है कि पीएम मोदी पर वो कौन सी बातें हैं, जो उन्हें ग्लोबल लीडर बनाती हैं. कुछ वक्त पीछे जाएं तो कोरोना काल में जिस तरह भारत ने महामारी के खिलाफ दुनिया को लीड किया, पीएम मोदी ने ना सिर्फ देश की को महाखतरे से बचाया, बल्कि दुनिया के कौने-कौने में मदद भी पहुंचाई, जिसने उनके कद को विश्व में और बड़ा बना दिया, वैक्सीन मैत्री अभियान के तहत 98 देशों को 200 मिलियन कोविड वैक्सीन की डोज सप्लाई की है, जिसकी तारीफ कई देशों के नेताओं ने की.
वहीं, रूस पर पश्चिमों देशों के बैन के बावजूद भारत ने जिस तरह रूस से कच्चा तेल खरीदा, उसने बता दिया कि पीएम मोदी किसी के दवाब में झुकने वाला नहीं हैं. हालांकि, इसकी यूरोपीय देशों ने खूब आलोचना की. जिसका उन्हें दो टूक जवाब दिया गया. आतंकवाद के खिलाफ पीएम मोदी ने विश्व को एकजुट किया और आतंकवादियों के पनाहगार पाकिस्तान को अलग थलग कर दिया. पाकिस्तान प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति में ऐसा घिरा है कि उसे विश्व पटल पर भारत के खिलाफ अपने साथ खड़ा होने वाला कोई एक सहयोगी देश नहीं मिल रहा.
वहीं, LAC पर चीन के रवैए पर पीएम मोदी आक्रामक अंदाज में जवाब दे रहे हैं, भारतीय सेना ने लद्दाख और डोकलाम में चीन की हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया.
जलवायु परिवर्तन पर उन्होंने विश्व को ‘पंचामृत’ का फॉर्मूला दिया, ब्रिटेन के ग्लासगो में कॉप-26 शिखर सम्मेलन में विश्व को Lifestyle For Environment का मंत्र दिया. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरू बनने की राह में तेजी से कदम रख रहा है. मोदी राज में भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना. भारत के पास G-20, SCO की अध्यक्षता है. यूएन सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग का रूस और अमेरिका ने समर्थन किया.
पीएम मोदी की लोकप्रियता विश्व में इस कदर है कि उनके जहां-जहां कार्यक्रम होते हैं, उन्हें देखने भीड़ लग जाती है, लोग उनके साथ सेल्फी खींचाने लगते हैं. चाहे अमेरिका हो या फिर ऑस्ट्रेलिया, कनाडा हो या फिर जापान, जहां पीएम पहुंचते हैं, उनकी लोकप्रियता का अंदाजा हो जाता है. पीएम नरेंद्र मोदी के पिछले 9 साल के शासन में आत्मविश्वास से लबरेज एक ‘न्यू इंडिया’ का उदय हुआ है, जो हर चुनौती से टकराने का साहस और सामर्थ्य रखता है. भारत अब दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, बल्कि अपने संकल्प से चलता है.