शाहपुर। गांव कमालपुर में रोहिंग्या व बांग्लादेशी लोगों के ठहरने को लेकर स्वामी यशवीर महाराज की चेतावनी के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। प्रथम दृष्टया मामला भट्टे की लेवर लाना बताया जा रहा है। इसके बाद भी पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस व खुफिया विभाग टीम ने एक मदरसे व मस्जिद में ठहरे जमात के लोगों से पूछताछ भी की।
योग साधना यशवीर आश्रम बघरा के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर महाराज ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर कहा था कि शाहपुर के गांव कमालपुर में दो तीन दो तीन डीसीएम में बांग्लादेशी और रोहिग्यां मुस्लिम पहुंचे है। जिन्हें गांव कमालपुर के मदरसे व गांव शिकारपुर में ठहराया गया है। यदि इन्हें गिरफ्तार नहीं किया तो वह सोमवार सुबह 10 बजे मदरसे का घेराव करेंगे।
इसके बार रविवार शाम शाहपुर थाना पुलिस व खुफिया विभाग टीम गांव कमालपुर के एक मदरसे में पहुंची। वहां के संचालक ने बातचीत की। पुलिस को बताया गया कि मदरसे में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं ठहरा है। मदरसे में 138 में से 11 बच्चे रात में रुकते है और अपने घर चले जाते है। पुलिस ने एक मस्जिद में जमात में आए पलडी व बसी के आठ लोगों से भी पूछताछ की।
इस दौरान दोनों टीम को पता चला कि गांव का ही आस मोहम्मद लेवर ठेकेदार है। वह रात में मजदूर लेकर आया था। जो सुबह के समय राजस्थान भेज दिए गए। जबकि काफी प्रयासों के बाद भी वह पुलिस के सामने नहीं आया है। पुलिस को एक कोल्हू ठेकेदार ने भी बाहरी लोगों के आने की जानकारी दी। सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि जांच पड़ताल में लेवर को तीन दिन पहले लेकर आना सामने आया है। मामले में जांच की जा रही है।