मुज़फ्फरनगर। थाना नई मंडी पुलिस को एक युवक ने लूट की सूचना दी थी, जिस पर थानाप्रभारी नई मंडी सुशील कुमार ने सूचना मिलते ही दिखाते हुए उपनिरीक्षक अजीत शर्मा को साथ लेकर गठित जांच पड़ताल की, तो सामने आया कि लूट की सूचना फर्जी हैं और थाना नई मंडी प्रभारी सुशील कुमार व उपनिरीक्षक अजीत शर्मा ने फर्जी सूचना देने वाले को जेल भेज दिया हैं।
थाना नई मंडी पुलिस को एक अभियुक्त ने सूचना दी कि मनोज कुमार पुत्र मनमोहन नामदेव ने बताया कि वह आइडिया कंट्रोल टावर ऑपरेटर रुड़की में नौकरी करता है। आज वह घर से मेरी माताजी मौत की सूचना पर रुड़की से बझेडी हाईवे पर आया और एक ईरिक्शा 50 रुपये में रेलवे स्टेशन को किया। चालक ने 3 लड़कों को और बिठाया । रेलवे अंडरब्रिज पर मेरा पर्स, जिसमें 5000 रुपये व एटीएम कार्ड व जेब मैं 11000 और मोबाईल छीन कर भाग गए, ई रिक्शा पर नंबर नहीं था। नई मंडी थाना प्रभारी सुशील कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की तो पता चला कि यह घटना फर्जी हैं, जिस पर सूचना देने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और फर्जी लूट की सूचना देने वाले मनोज से जब सख्ती के साथ पुलिस ने पूछताछ की तो अभियुक्त मनोज ने बताया कि मैं उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभिन्न थानों में जाकर लूट की झूठी सूचना देकर पुलिस वालों से मुकदमा ना लिखे जाने की एवज में पैसे ऐठ लेता हूं।
पकड़े गए अभियुक्त का नाम मनोज कुमार पुत्र मनमोहन लाल नामदेव निवासी दक्षिणी महाकाली मंदिर के पास तिली वार्ड सागर जनपद सागर मध्यप्रदेश बताया जा रहा हैं पकड़े गये अभियुक्त के कब्जे से पुलिस ने एक बैग व एक वॉकी टॉकी सेट मय चार्जर व आधार कार्ड व एक मोबाईल फोन भी बरामद किया है।
पकड़े गये अभियुक्त के खिलाफ थाना नई मंडी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया हैं।