मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में लोकसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री योगराज सिंह के बीच बरसों से चली आ रही खींचतान मंगलवार को खत्म होती नजर आई। वहीं इसे लेकर सियासी सरगरमियां तेज हो गई हैं।

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में लंबे समय से सामाजिक मंचों पर एक दूसरे की मुखालफत करने वाले टिकैत और योगराज सिंह पक्ष के बीच सुलह की शुरुआत हो गई है।

बीकेयू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री योगराज सिंह के बीच गण मान्य लोगों की मौजूदगी में बातचीत हुई। दोनों परिवार एकमत होने लगे हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही योगराज सिंह किसान भवन पर पहुंचकर इस एकजुटता को आगे बढ़ाएंगे।

किसान नेता जगबीर सिंह की हत्या में बीकेयू अध्यक्ष को नामजद कराया गया था। हालांकि अदालत से चौधरी नरेश टिकैत दोष मुक्त हो चुके हैं। इसके बावजूद दोनों पक्षों में मनमुटाव बार-बार जग जाहिर हो रहा था। कुछ गणमान्य लोगों ने आगे बढ़कर दोनों पक्षों के बीच सुलह की बात कराई।

दोनों परिवारों के बीच लगभग पिछले 50 साल से खींचतान चली आ रही थी। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले भी समझौते के प्रयास हुए लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी थी। पूर्व मंत्री योगराज सिंह वर्तमान में रालोद गठबंधन से लोकसभा के टिकट के दावेदार हैं। ऐसे में उनके इस कदम के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं।