मुजफ्फरनगर। खंड विकास कार्यालय पर ब्लॉक क्षेत्र के गांव प्रधानों की आयोजित बैठक में प्रशासन पर गांव प्रधानों का शोषण करने का आरोप लगाया गया। सभी ने कार्य बहिष्कार के साथ ही आंदोलन करने का निर्णय लिया।

खंड विकास कार्यालय पर आयोजित ब्लॉक क्षेत्र के गांव प्रधानों की बैठक में अखिल भारतीय गांव प्रधान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप चौधरी ने कहा कि जनपद के अधिकारी तानाशाही दिखा रहे हैं। प्रत्येक गांव पंचायत से राज्य वित्त आयोग से आए धन का चार प्रतिशत गोशाला के लिए दिया जा रहा है। बावजूद इसके हर गांव पंचायत से 50 क्विंटल भूसा देने के लिए गांव प्रधानों पर दबाव बनाया जा रहा है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि गांव पंचायत में जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के कार्यों के अलावा अन्य कार्यों का बहिष्कार करने के साथ ही आंदोलन किया जाएगा। जिलाध्यक्ष अशोक राठी ने कहा कि किसी भी गांव प्रधान का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। गांव गोयला के गांव प्रधान धर्मपाल सिंह ने एडीओ पंचायत के व्यवहार पर आपत्ति जताई। अध्यक्षता कर रहे सोरम गांव प्रधान करणवीर सिंह ने कहा कि एकता में ही ताकत है। बैठक में गांव प्रधानों ने बीडीओ राजीव कुमार को बुलाकी निर्णय की जानकारी दी। संचालन गांव पलड़ी के प्रधान मोनू सैनी ने किया। बैठक में जिला उपाध्यक्ष मोहित अहलावत, जसवंत सिंह बालियान, करणवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, अरविंद चौधरी नीरज कुमार, तनु चौधरी, शिवम सैनी, मुसर्रत अली खान, दिलशाद त्यागी, नफीस अहमद, रविंद्र कंसल सहित दर्जनों गांव प्रधान व गांव पंचायत सचिव मौजूद रहे ।