शाहपुर। कस्बे में स्थित स्टार पॉली क्लीनिक में डिलिवरी के बाद प्रसूता मोनिका (28) की मौत हो गई। परिजनों ने क्लीनिक संचालक व महिला चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए घंटों हंगामा किया। पुलिस को परिजनों ने शव भी उठाने नहीं दिया। नायब तहसीलदार ने अस्पताल संचालक व महिला चिकित्सक के विरुद्ध कार्यवाही का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजन व ग्रामीण शांत हुए। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर क्लीनिक को सील कर दिया।

गांव उमरपुर निवासी रवि ने बताया कि बृहस्पतिवार को उसकी पत्नी 28 वर्षीय मोनिका को प्रसव पीड़ा हुई तो उसने गांव की आशा कार्यकत्री से संपर्क किया। आशा कार्यकत्री ने उसकी पत्नी को कस्बे के स्टार पॉली क्लीनिक में भर्ती करा दिया। वहां पत्नी की हालत खराब बता कर 60 हजार रुपये जमा कराए गए। देररात उसकी पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया तब तक उसकी पत्नी की हालात ठीक थी। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी तो उसने महिला चिकित्सक से कहा। लेकिन चिकित्सक ने हालत नॉर्मल बताई। किंतु कुछ देर बाद उसकी पत्नी ने दम तोड़ दिया। रवि के परिजन व ग्रामीण क्लीनिक पर पहुंच गए। उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाकर क्लीनिक पर हंगामा कर क्लीनिक संचालक व महिला चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग की।

हंगामे के दौरान लोगों ने क्लीनिक में तोड़फोड़ व मृतका के शव को सड़क पर रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने मामला संभाला। तब सभी लोगों ने क्लीनिक संचालक व महिला चिकित्सक की गिरफ्तारी व क्लीनिक को सील करने करने की मांग की। बाद में नायब तहसीलदार ने अस्पताल संचालक व महिला चिकित्सक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। इसी दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंच कर क्लीनिक पर सील लगा दी। तब पुलिस ने शव मोर्चरी भिजवा दिया। पीड़ित ने तहरीर देकर कार्यवाही करने की मांग की है । सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह का कहना है कि कार्रवाई की जा रही है।