मुजफ्फरनगर/शामली: औद्योगिक एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं पर शिकंजा कसने के बाद अब ऊर्जा निगम की नजर घरेलू उपभोक्ताओं के बकाया पर है। निगम ने जोन के छह लाख से अधिक उपभोक्ताओं से बिजली बिल के 656 करोड़ वसूलने की तैयारी कर ली है। एसई से जेई स्तर के अधिकारियों को बकाया वसूली में जुटने के निर्देश निगम के आला अधिकारियों ने दिए हैं।

मुजफ्फरनगर सहित जोन के जनपद शामली में बिजनेस प्लान के तहत 100 करोड़ से अधिक के निर्माण एवं मरम्मत कार्य कराने का निर्णय लिया गया था, जिनमें जर्जर तारों को बदलना, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि आदि शामिल है। लक्ष्य अनुरूप बकाया वसूली के लिए ऊर्जा निगम अब घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं की सूची तैयार कर रहा है। मुजफ्फरनगर में 4,11,783 घरेलू विद्युत उपभोक्ता हैं, जो कुल उपभोक्ता संख्या का लगभग 81 प्रतिशत है, जबकि औद्योगिक उपभोक्ता पांच और वाणिज्यिक लगभग कुल का चार प्रतिशत है। जिले में ट्यूबवेल धारक विद्युत उपभोक्ता 10 प्रतिशत हैं।

ऊर्जा निगम के मुजफ्फरनगर जोन की बात करें तो दोनों जनपदों में 60,4537 घरेलू विद्युत उपभोक्ता हैं। जिन पर निगम का 656.65 करोड़ बकाया है। मुजफ्फरनगर जिले में 4,11,783 उपभोक्ताओं पर विद्युत बिल का लगभग 498 करोड़ , जबकि शामली के 1,92,754 उपभोक्ताओं पर 157 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है।

ऊर्जा निगम ने त्रुटिपूर्ण विद्युत बिल ठीक करने के लिए चार स्तर पर व्यवस्था की है। ऊर्जा निगम के अनुसार, किसी परेशानी पर उपभोक्ता चाहे तो एसई से लेकर एसडीओ के पास जा सकते हैं। इसके अलावा 1912 पर डायल कर भी शिकायत की जा सकती है, जबकि वेबसाइट पर जाकर डब्लूएसएस यानी उपभोक्ता स्वयं सेवा के माध्यम से भी त्रुटिपूर्ण बिल ठीक कराए जा सकते हैं।

चीफ इंजीनियर पवन कुमार अग्रवाल का कहना है कि ऊर्जा निगम बकाया वसूली अभियान चला रहा है। दो माह से अधिक के बकाया पर कनेक्शन काटने के निर्देश दिए गए हैं। बेहतर आपूर्ति के लिए राजस्व वसूली आवश्यक है। सभी अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।