भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी में धमाकेदार तिहरा शतक लगाया है। उन्होंने मुंबई की ओर से खेलते हुए असम के खिलाफ बुधवार (11 जनवरी) को 379 रन की पारी खेली। वह 400 रन पूरे करने से चूक गए। पृथ्वी के प्रथम श्रेणी करियर की यह सबसे बड़ी पारी है। एलीट ग्रुप-बी में मैच के पहले दिन मंगलवार को पृथ्वी 240 रन बनाकर नाबाद थे। उन्होंने दूसरे दिन अपनी पारी को आगे बढ़ाया और तिहरा शतक लगाया। पृथ्वी ने 383 गेंद की पारी में 49 चौके और चार छक्के लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 98.96 का रहा।
यह रणजी इतिहास का दूसरा बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। साथ ही 74 साल में किसी बल्लेबाज द्वारा खेली गई सबसे बड़ी पारी भी है। दिसंबर 1948 में महाराष्ट्र की ओर से बल्लेबाजी करते हुए भाऊसाहेब निंबाल्कर ने कठियावाड़ के खिलाफ नाबाद 443 रन की पारी खेली थी। यह रणजी और भारत के प्रथम श्रेणी के इतिहास में खेली गई अब तक की सबसे बड़ी पारी है। पृथ्वी के पास उनके आगे निकलने का मौका था, लेकिन वह चूक गए। हालांकि, अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने संजय मांजरेकर को जरूर पीछे छोड़ दिया। मांजरेकर ने 1991 में हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे।
पृथ्वी रणजी ट्रॉफी में 350 से ज्यादा रन की पारी खेलने वाले नौवें बल्लेबाज हैं। उन्होंने स्वप्निल गुगले (351*), चेतेश्वर पुजारा (352), वीवीएस लक्ष्मण (353), समित गोहेल (359*), विजय मर्चेंट (359*), एमवी श्रीधर (366) और संजय मांजरेकर (377) को पीछे छोड़ा। ऐसा लग रहा था कि पृथ्वी 400 रन के आंकड़े को छू लेंगे, लेकिन लेग स्पिनर रियान पराग की गेंद पर लंच से ठीक पहले वह आउट हो गए।
पृथ्वी शॉ रणजी इतिहास में मुंबई के लिए सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए। इस मामले में उन्होंने मांजरेकर का रिकॉर्ड तोड़ा। संजय मांजरेकर ने हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे। वहीं, पृथ्वी ने विजय मर्चेंट और सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ा। मर्चेंट ने 1943-44 में महाराष्ट्र के खिलाफ 359 की नाबाद पारी खेली थी। वहीं, गावस्कर ने 1982 में बंगाल के खिलाफ 340 रन बनाए थे।
पृथ्वी शॉ को करीब 18 महीने से भारतीय टीम में नहीं चुना गया है। उन्होंने जुलाई 2021 में अपना पिछला टी20 मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था। पृथ्वी की पारी की बदौलत मुंबई ने पहली पारी में चार विकेट पर 687 रन बनाए। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पारी घोषित की। रहाणे इस मैच में दोहरा शतक लगाने से चूक गए। वह 191 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। रहाणे का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में यह 39वां शतक है।
पृथ्वी ने मुशीर खान के साथ पहले विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी की। मुशीर 72 गेंद पर 42 रन बनाकर आउट हुए। पृथ्वी ने इसके बाद अरमान जाफर के साथ दूसरे विकेट के लिए 74 रन जोड़े। अरमान 48 गेंद पर 27 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद पृथ्वी और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 401 रन की साझेदारी की। रहाणे ने फिर सरफराज खान के साथ चौथे विकेट के लिए 89 रन जोड़े। उन्होंने 191 रन पर आउट होते ही पारी घोषित करने का फैसला किया।