राज्य आंदोलनकारी अधिवक्ताओं ने मुज्जफरनगर कांड के दोषियों को सजा दिलाए जाने की मांग को लेकर सोमवार को नैनीताल में मॉल रोड़ पर जुलूस निकाला। इससे…
राज्य आंदोलनकारी अधिवक्ताओं ने मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा दिलाए जाने की मांग को लेकर सोमवार को नैनीताल में मॉल रोड पर जुलूस निकाला। इससे पूर्व हाईकोर्ट बार भवन में सभा का आयोजन कर राज्य गठन के बाद बन चुके विपरीत हालातों पर चर्चा की।
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी अधिवक्ता संघ ने नैनीताल हाईकोर्ट बार भवन में सभा की। केंद्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह रावत, वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत ने कहा कि शहीदों के हत्यारों को आज तक सजा नहीं मिल पाई है। हमने उत्तराखंड राज्य तो बना लिया पर उस सपने को धरातल पर नहीं उतार पाए। आज उत्तराखंड में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। सर्वांगीर्ण विकास की बात राज्य में कहीं नजर नहीं आ रही। वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद नदीम मून ने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ पलायन की मार झेल रहे हैं। हम पलायन को रोकने के उपाय नहीं तलाश पा रहे हैं। हिमाचल से यदि तुलना की जाए तो फर्क जमीन और आसमान का नजर आ रहा है। इसलिए राज्य में एक बार फिर नए आंदोलन की जरूरत है। सभा के बाद संघ से जुड़े अधिवक्ताओं व राज्य आंदोलनकारियों ने नैनीताल हाईकोर्ट से मॉल रोड़ होते हुए तल्लीताल डांट तक जुलूस निकाला। आंदोलनकारियों ने नारे लगाते हुए मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की। जुलूस में डीके जोशी, अभिषेक सती, पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल, सुरेद्र सिंह पंवार, हरिनारायण अग्रवाल, रमन कुमार साह, भागवत सिंह नेगी, प्रेम सिंह सौन, डीएस मेहता, प्रभाकर जोशी, भुवन जोशी, चंद्रमौली साह सहित कई अन्य आंदोलनकारी उपस्थित रहे।