मोदीनगर। रेलवे कॉलोनी से लापता हुए रेलवे कर्मी की रिपोर्ट कोर्ट के आदेश पर 11 साल बाद दर्ज हुई है। रेलवे कर्मी 11 साल पूर्व घर से मुजफ्फनगर काम पर जाने के लिए निकला था, मगर लौटा नहीं। उसके लापता होने के बाद परिजन लगातार थाने और कप्तान के यहां चक्कर काटते रहे, लेकिन उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। इसके बाद हताश परिजनों ने कोर्ट का सहारा लिया। जिस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मोदीनगर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश पर सोमवार को पुलिस ने 364 की धारा में रिपोर्ट दर्ज की।

नगर की दयापुरी कॉलोनी निवासी नीलम अपनी पुत्री गौरी के साथ रहती हैं। नीलम के पति विक्रांत रेलवे में खलासी हैं तथा उनकी तैनाती मुजफ्फरनगर चल रही थी। नीलम ने बताया कि विक्रांत 18 दिसंबर 2011 को ड्यूटी करने के लिए मुजफ्फरनगर गए थे, इसके बाद उनका कुछ पता नहीं लग सका। परिजनों ने विक्रांत को बहुत तलाश किया लेकिन कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद परिजनों ने मोदीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। नीलम और विक्रांत के पिता श्योराज सिंह रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए काफी दिनों तक थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बेटे की कोई जानकारी नहीं लगने के कारण बुजुर्ग श्योराज बीमार हो गए और तनाव में रहने लगे।

इसके बाद नीलम अकेली रह गईं और कुछ दिन बाद वह भी अवसादग्रस्त हो गईं। काफी समय बाद ठीक होने पर नीलम ने एक बार फिर अपने पति की तलाश शुरू की और रिपोर्ट दर्ज कराने का प्रयास किया मगर कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद नीलम ने कोर्ट का सहारा लिया। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मोदीनगर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कर विक्रांत की तलाश करने के आदेश दिए। कार्यवाहक थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार का कहना है कि मामले की 364 में रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कारवाई शुरू कर दी है।