मुजफ्फरनगर। शौरम में सोमवार को भाजपा समर्थकों व किसानों के बीच हुई मारपीट के प्रकरण को लेकर दो दिन तक चले घटनाक्रम के बाद आज केंद्रीय मंत्री डॉ0 संजीव बालियान ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस बीच संजीव बालियान ने भाकियू नेता राकेश टिकैत के 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ संसद घेरने के बयान को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है।
किसान नेता राकेश टिकैत अपने एक बयान को लेकर फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने मंगलवार सरकार को धमकी देते हुए कहा कि कि मार्च तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए तो अबकी बार 40 लाख ट्रैक्टर दिल्ली में घुसेंगे। टिकैत ने कहा कि अबकी बार ट्रैक्टर लाल क़िला नहीं बल्कि संसद पहुंचेंगे। इंडिया गेट का पूरा इलाका कब्जे में लेंगे. वहीं के पार्क में ट्रैक्टर से खेत जोतेंगे, फसल बोएंगे।
एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार टिकैत के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री ओर मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने कहा कि किसान नेताओं के कंट्रोल में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी जैसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए। संसद तक ट्रैक्टर मार्च करना गलत है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को जिस तरह से लाल क़िला का अपमान हुआ वो बेहद निंदनीय है। संसद लोकतंत्र का मंदिर है. मैं किसानों से अपील करता हूं कि दोबारा ऐसा कुछ न करें. ये सभी के लिए बेहतर होगा, किसानों के लिए और देश के लिए भी।
मंगलवार को राकेश टिकैत राजस्थान के सीकर में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा,’ कान खोल कर सुन ले दिल्ली, ये किसान भी वही हैं और ट्रैक्टर भी वही होंगे. अबकी बार आह्वान संसद का होगा. कहकर जाएंगे संसद पर. इस बार चार लाख नहीं चालीस लाख ट्रैक्टर जाएंगे।’
उन्होंने कहा कि किसान इंडिया गेट के पास के पार्कों में जुताई करेगा और फसल भी उगाएगा. साथ ही कहा कि संसद को घेरने के लिए तारीख संयुक्त मोर्चा तय करेगा. किसान नेता ने कहा, ’26 जनवरी की घटना के मामले में देश के किसानों को बदनाम करने की साजिश की गई … देश के किसानों को तिरंगे से प्यार है, लेकिन इस देश के नेताओं को नहीं।’ टिकैत ने कहा कि सरकार को किसानों की तरफ से खुली चुनौती है कि सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए और एमएसपी लागू नहीं की तो बड़ी-बड़ी कंपनियों के गोदाम को ध्वस्त करने का काम भी देश का किसान करेगा। इसके लिए संयुक्त मोर्चा जल्द तारीख भी बताएगा।