नई दिल्ली। 10 महीने से भी अधिक समय से चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज किसान नेता राकेश टिकैत ने दशहरे के अवसर पर झांसा बॉर्डर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह आदि सहित कईं नेताओं का पुतला जलाया। इस अवसर पर राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर भी बडा ऐलान किया।
राकेश टिकैत ने दशहरे पर फूंका पीएम मोदी का पुतला, कर दिया ये बडा ऐलान… @RakeshTikaitBKU @OfficialBKU #FarmersProtest #KisanAndolan pic.twitter.com/qVMpRrOL17
— ASB NEWS INDIA (@asbnewsindia) October 15, 2021
हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने दशहरा को बीजेपी नेताओं के पुतले फूंके जाने कार्यक्रम 16 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था। लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने दशहरा के दिन रावण की जगह पर बीजेपी नेताओं के पुतले फूंके जाने का ऐलान किया था. लेकिन अब इस कार्यक्रम को एसकेएम ने 16 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया था. यह जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ट्वीट कर दी गई. बता दें कि पहले तय किए गए कार्यक्रम के मुताबिक दशहरा के दिन किसान संगठन पीएम मोदी, अमित शाह और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय टेनी के पुतले फूंकने वाले थे. लेकिन अब 15 अक्टूबर को पुतला दहन नहीं किया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि दशहरा के दिन होने वाला पुतला दहन अब एक दिन बाद मतलब 16 अक्टूबर को किया जाएगा. बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि दशहरे के दिन पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पुतला जलाकर हिंसा का विरोध किया जाएगा. इसके साथ ही राकेश टिकैत 26 अक्टूबर को पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक किए जाने का भी ऐलान किया था. वहीं 18 अक्टूबर को किसान के रेल रोको आंदोलन की भी बात कही गई थी.
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा फिलहाल पुलिस रिमांड पर है. जांच समिति डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत पकड़े गए सभी आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाया गया. जहां टीम ने सीन रिक्रिएशन किया. ैप्ज् की टीम ने आरोपियों के बयान के आधार पर पूरे घटनाक्रम को समझने की कोशिश की।
इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा. पूरे इलाके को बैरिकेडिंग कर सील कर दिया गया था. सीन रिक्रिएशन के लिए पुलिस ने तीन काले पुतले बनाए थे. मौके पर ठीक उसी तरह पीछे से एक जीप लाई गई, जैसा कि लखीमपुर हिंसा के वायरल वीडियो में थार जीप किसानों को कुचलते हुई दिखी थी।
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