रक्षाबंधन पर बहन अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है और उसकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर सुरक्षा का वचन लेती है। इसके लिए हर साल शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधने का रिवाज है। राहु और भद्रा काल में राखी नहीं बांधनी चाहिए। इस साल 22 अगस्त को राखी पर भद्रा का साया नहीं है। जबकि, भद्रा काल 23 अगस्त की सुबह 5:34 से 6:12 बजे तक रहेगा।
ऐसे में रक्षाबंधन पर बहनें दिनभर किसी भी समय भाई को राखी बांध सकती हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार, इस साल रक्षाबंधन पर दो विशेष शुभ मुहूर्त का संयोग है। रक्षाबंधन पर धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस शुभ संयोग को अति उत्तम माना गया है। माना जाता है कि इस संयोग में रक्षाबंधन भाई और बहन दोनों के लिए काफी फलदायी होता है। आगे जानिए आपकी राशि के अनुसार किस रंग की राखी बांधनी चाहिए…
पंचांग के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन सुबह 6:15 से लेकर 10:34 बजे तक शोभन योग रहेगा। जबकि, धनिष्ठा योग शाम को करीब 7:40 बजे तक रहेगा। इस योग में राखी बांधना सबसे उत्तम माना गया है।
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ : 21 अगस्त की शाम 3:45 बजे तक।
पूर्णिमा तिथि समापन: 22 अगस्त की शाम 5:58 बजे।
सामग्री : राखी की थाली रोली, कुमकुम, अक्षत, दीपक, मिठाई और राखी से सजाएं। वहीं, राशि के अनुसार राखी व मिठाई का प्रयोग करना शुभ होता है।
मेष व वृश्चिक राशि – लाल रंग की राखी व मिठाई
वृष व तुला राशि – सफेद रंग की राखी व मिठाई
मिथुन व कन्या – हरे रंग की राखी व मिठाई
कर्क व सिंह – गुलाबी रंग की राखी व मिठाई
धनु व मीन – पीले रंग की राखी व मिठाई
मकर व कुंभ – भूरे रंग की राखी व मिठाई