इस्लामाबाद। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएलएन) के उप महासचिव अताउल्लाह तरार ने 6 मई को ट्विटर कर जानकारी दी कि 17 संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और मामले की जांच वैज्ञानिक तरीकों से की जा रही है। सीएम ने रिपोर्ट मांगी है। जब तक दोषियों को सलाखों के पीछे नहीं डाल दिया जाता तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब मृतक लड़की के परिजन अपनी धार्मिक परंपराओं के अनुसार अगली सुबह कब्रिस्तान गए। परिजनों ने देखा कि कब्र को खोदा गया है। शव खुला पड़ा था। बॉडी पर रेप के निशान थे। मृतक किशोरी के चाचा ने पुलिस से संपर्क किया और प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने प्राथमिकी के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि इस चौंकाने वाली घटना में कितने पुरुष शामिल थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मानसिक और शारीरिक रूप से विकलांग किशोरी की मौत 4 मई को हुई थी। शाम करीब छह बजे परिजनों ने उसे धार्मिक परंपरा के अनुसार कब्रिस्तान में दफना दिया और घर लौट आए। अगले दिन जब वे लड़की के शव पर कुछ अनुष्ठान करने के लिए कब्रिस्तान लौटे तो देखा कि कब्र खोदी गई है। लड़की का शव गायब था। बाद में तलाशी लेने पर उन्हें लाश कब्रिस्तान से करीब 200 वर्ग फुट की दूरी पर पड़ी मिली। इसमें रेप के लक्षण दिखाई दिए।
परिवार के सदस्य शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे और मांग की कि जघन्य अपराध करने वालों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए। पुलिस ने कब्र खोदने वाले की तलाश शुरू कर दी। पाकिस्तान में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। साल 2021 में तटीय कस्बे गुलाममुल्लाह के पास मौलवी अशरफ चांडियो गांव में कुछ अज्ञात लोगों ने ऐसी ही बर्बर हरकत को अंजाम दिया था। अज्ञात पुरुषों के एक समूह ने कराची के लांधी टाउन इलाके में एक कब्रिस्तान में एक महिला की कब्र खोदी और शव के साथ बलात्कार किया था।
2011 में कराची के उत्तरी नाजीमाबाद से मुहम्मद रिजवान नामक एक कब्रदार को नेक्रोफिलिया के लिए गिरफ्तार किया गया था। 48 महिला लाशों के साथ बलात्कार करने की बात कबूल करने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। रिजवान एक लाश को अपवित्र करने के बाद भागते हुए पकड़ा गया था।