मुजफ्फरनगर। नई मंडी क्षेत्र में हाईवे किनारे बाग में बंधक बनाकर पति के सामने पत्नी के साथ दुष्कर्म प्रकरण में आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने शुक्रवार को पीड़िता के एसीजेएम प्रथम की कोर्ट में 164 के बयान दर्ज कराए है। उधर, पुलिस ने सभी आरोपियों को बृहस्पतिवार शाम कोर्ट में पेश किया था। वहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि सभी आरोपी पकड़ कर जेल भेजे गए है। जल्द से जल्द मुकदमे में चार्जशीट लगाई जाएगी। सभी आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई होगी।
तीन दिन बाद कराया पीड़ित पति का मेडिकल
इस मामले में थाना पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। आरोपियों ने बंधक बनाते समय दंपती से मारपीट की थी। पुलिस ने पीड़िता का तो मेडिकल करा दिया लेकिन मारपीट के पीड़ित पति का मेडिकल पहले नहीं कराया गया, बल्कि शुक्रवार को अधिकारियों के आदेश पर तीन दिन बाद कराया गया है। इस मामले में एसपी सिटी, सीओ नई मंडी व नई कोतवाली प्रभारी की पुलिस कार्यालय में दो घंटे तक बातचीत हुई। एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय ने बताया कि शुक्रवार को पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए है।
यह था मामला
मंगलवार रात नई मंडी कोतवाली के एक गांव में रहने वाला युवक अपनी पत्नी के साथ पैदल दिल्ली-देहरादून हाईवे से होते हुए घर जा रहा था। भोपा बाईपास के पास बाग में दोनों को दस युवकों ने बंधक बना लिया। वहां चार युवकों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। आधा दर्जन युवक इधर उधर मौजूद रहे थे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
पहले भी घटना की जताई आशंका
भले ही पुलिस ने इस घटना में शामिल सभी दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इस बात की आशंका जताई जा रही है कि आरोपियों ने पहले भी कोई वारदात तो अंजाम नहीं दी है। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
आरोपियों की तीन बाइक बरामद
घटना 22 मार्च की रात में हुई। अगले दिन पुलिस ने सभी आरोपी पकड़ लिया और जेल भेज दिया। पुलिस केवल तीन बाइक बरामद कर सकी है। पुलिस अभी यह स्पष्ट नहीं कर सकी है कि आरोपी कितनी बाइकों पर सवार होकर पहुंचे थे।
पीड़िता भागी तो आरोपी भी भागे थे
घटना के दौरान पीडिता मौके से भाग खड़ी हुई थी। उस समय बाग में चार आरोपी थे। पीडिता को भागते देखकर वह भी भाग निकले थे और उन्हें देखकर बाग में इधर उधर मौजूद आधा दर्जन आरोपी भी भाग पड़े थे। पुलिस का कहना है कि आधा दर्जन युवकों में घटना स्थल के पास पंचर सही करने की दुकान करने वाले दो युवक भी है। एक आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह तो पीड़ित पक्ष की मदद कर रहा था।
पुलिस मुख्यालय ने ली जानकारी
यह घटना 22 मार्च की रात दिल्ली-देहरादून हाईवे किनारे बाग में हुई। 23 मार्च को पुलिस चुपचाप इस मामले में कार्रवाई में जुटी रही। 24 मार्च को एक के बाद आठ आरोपियों के पकड़े जाने के बाद मामला खुल गया। मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो शुक्रवार को प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने मामले की जानकारी ली। यह बात दीगर है कि सभी आरोपी पकड़ लिए गए लेकिन घटना की दहशत पउप्र में फैली है।
मुकदमे के अनुसार दिए बयान, डीएनए प्रयोगशाला भेजा
मुजफ्फरनगर। नई मंडी कोतवाली प्रभारी पंकज पंत ने बताया कि दुष्कर्म की पीड़िता के कोर्ट में शुक्रवार को बयान दर्ज कराए गए थे। पीड़िता ने दर्ज कराए मुकदमे के अनुसार ही कोर्ट में बयान दिए हैं। सभी युवकों को आरोप के अनुुसार दोषी ठहराया है। इसके अलावा सभी आरोपियों व पीड़िता का ब्लड, नाखून, कपड़े आदि डीएनए को लिए थे। इन सभी को प्रयोगशाला भेजा गया है। संवाद