नई दिल्ली. कैंसर का जोखिम हर उम्र वालों में हो सकता है, हालांकि लिंग के आधार पर भी कैंसर के जोखिमों पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। अध्ययनों में पाया गया है कि जहां महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है, वहीं पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के मामले ज्यादा देखे जाते रहे हैं। वैसे तो 40 वर्ष से कम उम्र में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है पर इसके बाद जोखिम बढ़ता जाता है। वैश्विक स्तर पर इस गंभीर समस्या का खतरा काफी तेजी से बढ़ता हुआ देखा गया है। प्रोस्टेट कैंसर दुनियाभर में पुरुषों में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है।

पुरुषों की सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक, आर्थिक उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए 19 नवंबर को प्रतिवर्ष वर्ल्ड मेंस डे के रूप में मनाया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इन सबके बीच पुरुषों को अपनी सेहत को लेकर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम जिस तरह से वैश्विक स्तर पर बढ़ा है, इसे ध्यान में रखते हुए कम उम्र से ही इससे बचाव के उपाय करते रहना जरूरी है।

1990 के दशक में पुरुषों में यह आंठवे सबसे आम कैंसर के जोखिम के तौर पर जाना जाता था, हालांकि 2015 में यह तीसरे स्थान पर आ गया है। आइए इसके लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में जानते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर के संकेतों को जानिए

डॉक्टर्स कहते हैं, अधिकांश मामलों में प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती चरणों में इसके लक्षण नजर नहीं आते हैं। हालांकि कुछ संकेत हैं जिनपर सभी लोगों को गंभीरता से ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है। अगर आपमें भी इस तरह की दिक्कतें कुछ समय से बनी हुई हैं तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ से सलाह लेकर जांच जरूर करा लें।

प्रोस्टेट या फिर किसी भी स्वास्थ्य समस्या से बचे रहने के लिए आहार पर ध्यान रखना बहुत आवश्यक माना जाता है। इसके लिए फलों और सब्जियों से भरपूर स्वस्थ चीजों का सेवन करें। फलों और सब्जियों में कई प्रकार के विटामिन्स और पोषक तत्व होते हैं जो आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। कई फलों में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-कैंसर गुण भी पाए जाते हैं जो कैंसर के जोखिमों को कम करके शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते हैं।

व्यायाम आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है, यह वजन को नियंत्रित रखने में भी मददगार है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी लोगों को सप्ताह में कम से कम 150 मिनट व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। यदि आप जिम नहीं जा सकते तो घर पर ही योग या फिर रनिंग, साइकिलिंग या तैराकी जैसे अभ्यास कर सकते हैं। व्यायाम करने से रक्त का संचार बेहतर बना रहता है।

यदि आपका वजन ठीक है, तो यह कई गंभीर बीमारियों से बचाव में आपके लिए सहायक हो सकता है। अधिक वजन को प्रोस्टेट कैंसर के कारक के तौर पर जाना जाता है। इसके अलावा वजन अधिक होना, हृदय रोग, आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के जोखिम को भी बढ़ा देता है। आहार और व्यायाम के माध्यम से शरीर के वजन को कंट्रोल करने और कई प्रकार की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।