मुजफ्फरनगर। वंचिता, दलितों और शोषितों को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल द्वारा शुरू की गयी न्याय यात्रा मुजफ्फरनगर पहुंची और आज न्याय यात्रा में शामिल नेताओं ने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ डीएम कार्यालय पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस दौरान रालोद की ओर से राज्यपाल के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर दिया गया। इस ज्ञापन में रालोद की ओर से 6 मांग की गयी हैं।

राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी के आह्नान पर दलितों और वंचितों की समस्याओं को लेकर सहारनपुर से अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्य्ाक्ष प्रशांत कन्नौजिया के नेतृत्व में न्याय यात्रा शुरू की गयी। आज यह यात्रा यहां पर पहुंची और कार्यकर्ताओं के साथ डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया, जिसमें हाथरस की बेटी के साथ हुए जघन्य अपराध के बाद अभी परिवार को किसी भी तरह की सरकारी मदद नहीं मिलने पर रोष जताते हुए भाजपा सरकार तत्काल हाथरस की बेटी के अलावा सभी दलित उत्पीड़न मामले में तत्काल वादे के मुताबिक आर्थिक सहायता के साथ सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की गयी है।

इसके अलावा 2 अप्रैल भारत बंद के दौरान दलित समाज के बेगुनाह युवाओं के खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लेने, संविदा पर कार्य कर रहे सभी सफाई कर्मचारियों को तत्काल पक्की सरकारी नौकरी के साथ सामान वेतन दिये जाने, सीवर सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों से कार्य नहीं लेने और मशीनों से कार्य कराने, सरकारी योजनाओं के लाभ से दलितों को वंचित रखने वाले अधिकारियों तथा जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई कराने तथा कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण मारे जाने वाले लोगों के लिए परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता दिलाने की मांग की गयी है।

ज्ञापन देने के दौरान डीएम कार्यालय पर मुख्य रूप से अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्य्क्ष प्रशांत कन्नौजिया, पूर्व सांसद मुंशीराम राम पाल, पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी, नरेंद्र खजूरी, डा सुशील जाटव, ओमवीर दिवाकर, वीरपाल दिवाकर, यात्रा प्रभारी कमल गौतम, रमेश काकड़ा, डा. मोनिका सिंह, राजू बाल्मीकि, माधोराम शास्त्री, मोहन बेदी, क्षेत्रीय अध्य्क्ष यशबीर सिंह, जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर, प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक चौधरी गुर्जर, श्रीमति रमा नागर, कृष्णपाल राठी, विदित मलिक, पराग चौधरी, अंकित सहरावत, पंकज राठी, विकास बालियान आदि उपस्थित रहे।