नई दिल्ली। कोई भी फीका खाना पसंद नहीं करता। मसाले, नमक और चीनी जैसी चीज़ें खाने का स्वाद ही बदल देती हैं। स्वाद के अलावा, नमक हमारे शरीर के कामकाज के लिए बेहद ज़रूरी होता है। यह इलेक्ट्रोलाइट्स को बनाने में मदद करता है, जो शरीर में मिनरल्स को संतुलित करने का काम करते हैं। नमक कई तरह के होते हैं, सफेद और पिंक सॉल्ट में सोडियम क्लोराइड होता है, लेकिन पिंक हिमालयन सॉल्ट यानी सेंधा नमक में खनीज और एलीमेंट्स की मात्रा कहीं ज़्यादा होती है।
सेंधा नमक के क्या फायदे हैं?
हिमालयी क्षेत्र में पाया जाने वाले पिंक सॉल्ट में कई पोषक तत्व होते हैं:
श्वसन को बेहतर बनाता है और फेफड़ों को मज़बूती देता है
शरीर में pH के स्तर को संतुलित बनाता है
उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करता है
नींद न आने की समस्या में मददगार साबित होता है
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को रेगुलेट करता है
ब्लड शुगर के स्तर को सही रखता है
कामेच्छा बढ़ाता है
पिंक नमक ज़्यादा रिफाइन्ड नहीं होता है और हिमालय की तलहटी से निकाला जाता है, यह लोहे से भी भरा होता है और इसलिए इसका रंग गुलाबी होता है।
सफेद नमक में कितना पोषण होता है?
सफेद नमक आयोडाइस्ड होता है, जो शरीर में आयोडीन की कमी नहीं होने देता, जिसकी कमी की वजह से गाइटर और थायराइड जैसी बीमारियां हो सकता हैं। कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्योंकि सफेद नमक प्रोसेस्ड होता है, इसलिए इससे फायदे से ज़्यादा नुकसान हो जाते हैं। इसे बनाने के प्रोसेस में ज़्यादातर पोषक तत्व धुल जाते हैं।
क्या वज़न घटाने के लिए सफेद से बेहतर होता है सेंधा नमक?
क्योंकि सेंधा नमक नैचुरल और पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए यह शरीर को भी फायदा पहुंचाता है। हालांकि, सेंधा और सफेद दोनों तरह के नमक में सोडियम की मात्रा एक जैसी होती है। अगर इनका सेवन ज़रूरत से ज़्यादा कर लिया जाए, तो इससे पेट फूलना, शरीर में पानी जमा होना और सूजन जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इसलिए अगर आप वज़न घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो किसी भी तरह के नमक का सेवन कम कर दें।