जयपुर. मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक ने एक बार फिर अंबानी-अडानी और केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा हमला बोला है। जयपुर में राष्ट्रीय जाट संसद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अडानी ने किसानों की फसल सस्ते दाम पर खरीदने और महंगे दामों पर बेचने के लिए पानीपत में बड़ा गोदाम बनाया है। अडानी का ऐसा गोदाम उखाड़ फेंको। डरने की जरूरत नहीं है, मैं आपके साथ जेल चलूंगा। अडानी और अंबानी मालदार कैसे हो गए हैं, जब तक इन लोगों पर हमला नहीं होगा, तब तक ये लोग रुकेंगे नहीं।
सतपाल मलिक ने कहा कि मोदी सरकार ने तीन कृषि कानून वापस ले लिए। अब तक MSP पर फैसला नहीं किया है। ऐसे में अगर समय रहते MSP पर कानून नहीं बनाया तो देश में किसानों और सरकार के बीच भयंकर लड़ाई होगी। मैं खुद अपना इस्तीफा जेब में लेकर घूमता हूं, किसानों के लिए 4 महीने बाद मैदान में उतर जाऊंगा।
राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि देश के एयरपोर्ट, रेलवे, शिपयार्ड सरकार के दोस्त अडानी को बेचे जा रहे हैं। हमें देश को बिकने से रोकना होगा। जब सब बर्बाद हो रहे हैं तो PM बताएं कि ये लोग कैसे मालदार हो रहे हैं।
राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि जब किसान आंदोलन में हमारे लोग सड़कों पर मरने लगे, तब मैं अपना इस्तीफा जेब में लेकर प्रधानमंत्रीजी से मिलने गया। मैंने उन्हें समझाया कि इन लोगों के साथ ज्यादती हो रही है। कुछ ले-देकर इन्हें हटा दीजिए। उन्होंने कहा- चले जाएंगे। मैंने उनसे कहा आप इन्हें जानते नहीं। यह तब जाएंगे जब आप चले जाएंगे। तब वह नहीं माने। बाद में उन्हें समझ में आया। तब उन्होंने माफी मांग कर कानून वापस लिए।
सतपाल मलिक ने कहा कि मेरे तो राज्यपाल के तौर पर 4 महीने बचे हैं। जेब में इस्तीफा लेकर घूमता हूं, मां के पेट से गवर्नर बन कर नहीं आया था। इसलिए मैंने सोच रखा है कि रिटायर्ड होने के बाद किसानों के हक के लिए पूरी ताकत से जुट जाऊंगा। मेरा दो कमरे का घर ही मेरी ताकत है, इसलिए किसी से भी पंगा ले लेता हूं।
बता दें कि सतपाल मलिक जयपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जाट पार्लिमेंट में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जाट समाज में बढ़ती दहेज प्रथा को खत्म करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज तभी आगे बढ़ सकता है, जब वह दहेज को छोड़ शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े क्योंकि शिक्षा ही समाज और देश को आगे बढ़ा सकती है।