मुजफ्फरनगर। महिला अधिवक्ता के चैंबर से धोखाधड़ी के वांछित आरोपी को पकड़ने पहुंची हरियाणा पुलिस को फजीहत झेलनी पड़ी। सिविल ड्रेस में पहुंचे पुलिसकर्मियों ने मुल्जिम को पकड़ने के लिए पिस्टल निकाला तो अधिवक्ता ने शोर मचा दिया। आसपास के अधिवक्ता एकत्र हो गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों से हाथापाई की गई। बाद में वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बीच-बचाव कराया।
हरियाणा के रेवाड़ी से पत्नी के साथ चल रहे विवाद में एक व्यक्ति पैरवी के लिए महिला अधिवक्ता के चैंबर पर पहुंचा था। आरोपी प्राॅपर्टी के दूसरे मुकदमे में लंबे समय से वांछित है। रेवाड़ी से हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मी आरोपी को पकड़ने अधिवक्ता के चैंबर में पहुंच गए और पिस्टल निकाल लिया। सिविल ड्रेस में होने के कारण अधिवक्ता पुलिसकर्मियों को नहीं पहचान सकी और शोर मचा दिया। इस दौरान आसपास के अधिवक्ता एकत्र हो गए और पुलिसकर्मियों से हाथापाई होने लगी। बाद में अधिवक्ता एक पुलिसकर्मी को पकड़कर फैंथम हॉल में ले गए।
जानकारी मिलते ही डिस्टि्रक्ट बार संघ के अध्यक्ष प्रमोद त्यागी और महासचिव सुरेंद्र मलिक और अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता पहुंचे। मामले की जानकारी लेकर बीच-बचाव कराया। इस दौरान थाना सिविल लाइन पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी ली।
हरियाणा पुलिस टीम ने सिविल लाइन थाने में आमद नहीं कराई थी। स्थानीय पुलिस को साथ लेना था। इस बारे में हरियाणा के जनपद रेवाड़ी पुलिस अधीक्षक को सूचना दे दी है। एक पत्र भी लिखा जा रहा है। -सत्य नारायण प्रजापत, एसपी।