मुजफ्फरनगर। सिंचाई विभाग तथा उद्योगपतियों के बीच सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर चल रही खींचतान के लिए आज मंत्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा बुलाई गई बैठक में बखेडा खडा हो गया। उद्योगपतियों ने मंत्री कपिल देव के सामने ही सिंचाई विभाग के अफसर के साथ जमकर हाथापाई थी। दोनों पक्षों के बीच इस दौरान जमकर नोंकझोक भी हुई। रालोद ने इस मामले में प्रदेश सरकार से कार्यवाही की मांग की है।
मुजफ्फरनगर में मंत्री कपिल देव अग्रवाल के सामने अफसर के साथ हाथापाई, जमकर हंगामा, देखें वीडियो @BJP4UP @RLDparty @samajwadiparty @INCIndia #muzaffarnagar pic.twitter.com/839YqvhWnS
— ASB NEWS INDIA (@asbnewsindia) August 24, 2021
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहर में स्थित सिंचाई सिंचाई विभाग के डाक बंगले पर उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब उत्तर प्रदेश सरकार के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों व शहर के कई उद्योग पतियों के बीच सरकारी जमीन पर से अवैध कब्जे हटाने को लेकर चल रहे विवाद के मामले में सिंचाई विभाग में तैनात एक्सक्यूटिव इंजीनियर हरि शर्मा को मीटिंग के लिए बुलवाया था।
इस मीटिंग में मंत्री कपिल देव अग्रवाल के साथ शहर के कई उद्योगपति और मंत्री के समर्थक भी शामिल थे। जानकारी के अनुसार सिंचाई विभाग के अधिकारी मंत्री द्वारा तय किए गए समय से घंटो बाद मीटिंग में पहुंचे, तब तक मंत्री व उनके समर्थकों और उद्योगपतियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच चुका था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के आने के बाद बातचीत का दौर शुरू हुआ। उद्योगपतियों ने मंत्री कपिल देव अग्रवाल की मौजूदगी में सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता हरि शर्मा के साथ अभद्रता शुरू कर दी और यहां तक कि उनके साथ धक्का-मुक्की तक की गई।
मामला बढ़ता देख मंत्री ने मामले का बीच बचाव कराया बाद में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला जिसमें उद्योगपतियों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उद्योगपतियों द्वारा कथित तौर पर अवैध कब्जा की गई सिंचाई विभाग की जमीन से कब्जा हटाने को लेकर नाराजगी जताई गई। उनका कहना था कि जब सिंचाई विभाग को सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाना था तो उन्हें पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था और बगैर नोटिस के अधिकारियों ने जबरन फैक्ट्रियों की दीवार गिरा दी जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरी शर्मा ने बताया कि मंत्री जी ने मीटिंग के लिए बुलाया था जो भी मामला हुआ गलत हुआ इसमें जिम्मेदारी मंत्री जी की थी। इस मामले में मंत्री कपिल देव अग्रवल ने बताया कि सिंचाई विभाग की एक जमीन है जिस पर कोई इंडस्ट्रीज है सिंचाई विभाग का कहना है कि फैक्ट्री वालों ने हमारी सरकारी जमीन पर कब्जा किया हुआ है। ये रजवाहा 40 से 50 साल से बंद पड़ा है लगभग 35 सालों से यहां फैक्ट्रियां चल रही है। कब्जा हटाने को लेकर उन्होंने कहा कि अधिकारियों को पहले सूचित करना था मगर ऐसा नहीं किया गया। गौरतलब है कि जनपद मुजफ्फरनगर में थाना मनसुरपुर क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया में एक राजवाहे के किनारे कई फैक्ट्रियां संचालित हो रही है।
आरोप है कि कुछ फैक्ट्रियों ने सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर फैक्ट्रियां चला रखी है। इसी शिकायत पर पिछले दिनों सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बुलडोजर ले जाकर इस सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया था, तभी से व्यापारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों से नाराज थे और लगातार मंत्री व विधायकों से सिंचाई विभाग के अधिकारियों की शिकायत कर रहे थे। इसी के चलते मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस पर मीटिंग बुलाई जिसमें यह पूरा हंगामा हुआ। इस बीच रालोद नेता अभिषेक चौधरी ने इस मामले में ट्वीट करते हुए प्रदेश सरकार से कार्यवाही की मांग की है।