मुजफ्फरनगर। छपार थाना क्षेत्र के गांव निवासी युवती नहर में फेंके जाने तक जिंदा थी। युवती का शव मिलने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो यह राजफाश हुआ है। हालांकि युवती के प्रेमी ने यह दावा किया था कि नहर में फेंकने से पहले युवती ने जहर खाया था और जहर से ही उसकी मौत हुई है। उधर, गमगीन माहौल में स्वजन ने युवती का अंतिम संस्कार कर दिया।

गांव बसेडा निवासी युवती का गांव के ही अभिषेक से काफी समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। रविवार को युवती घर से गायब हो गई। देर शाम तक युवती के घर न पहुंचने पर स्वजन ने पुलिस से शिकायत की, पुलिस ने शक के आधार पर युवती के प्रेमी अभिषेक को हिरासत में लेकर पुछताछ की तो उसने पुलिस के सामने बताया कि उसके शादी से इंकार करने पर युवती ने उसके घर जाकर जहर खा लिया और उसकी मौत हो गई।

युवती के जहर खाने के बाद अभिषेक के हाथ पैर फूल गए और आनन-फानन में अपने मौसरे भाई गौरव निवासी गांव पचेंडा के साथ मिलकर शव को बोरे में बंद करके नहर में फेंक आया था। पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध जहर देकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया और शव की तलाश शुरू कर दी थी।

तीन दिनों तक मेरठ से पहुंचे पीएसी के गोताखोरों ने नहर में शव को तलाश किया, लेकिन सुराग नहीं लगा था। उधर, बुधवार देर रात भोपा थाना क्षेत्र में जौली पुल के पास पुलिस ने युवती का शव बरामद किया। शव पूरी तरह गल चुका था। युवती के पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी कराई गई है। इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के आधार पर युवती के पेट व गुर्दो में पानी भरा मिला। जिससे साबित होता है कि उसकी मौत डूबने से हुई है। विसरे को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जायेगा। जहर खाने की पुष्टि विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट आने पर ही हो सकेगी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की मौत का कारण पेट और गुर्दो में पानी भरना आया है। ऐसे में माना जा रहा है कि नहर में फेंके जाने तक युवती जिंदा थी। अगर आरोपित अभिषेक और उसका मौसेरा भाई युवती को नहर में फेंकने के बजाए किसी चिकित्सक के पास ले जाते तो उसकी जान बच सकती थी।