बरेली। बरेली शहर के थाने में इंस्पेक्टर व महिला सिपाही के अवैध संबंधों का मामला शांत नहीं हुआ था कि सोमवार देर रात बहेड़ी थाने में बवाल खड़ा हो गया। महिला सिपाही के चक्कर में थाने में गोली चल गई। गनीमत रही कि गोली किसी को लगी नहीं।
थाने में अफरा-तफरी मच गई। देररात में ही पूरा घटनाक्रम एसएसपी तक पहुंचा। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने मामले में बहेड़ी थाना प्रभारी सतेंद्र भड़ाना, इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार, सिपाही योगेश चहल, मोनू व मनोज को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही पूरे मामले में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच बैठा दी है।
जानकारी के मुताबिक, थाने में तैनात सिपाही मोनू का सिपाही योगेश चहल से एक महिला सिपाही को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों महिला सिपाही को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे। प्रेम-प्रसंग की बात कह रहे थे। रविवार को मोनू महिला सिपाही को लेने गया। इसी दौरान पीछे-पीछे बाइक से सिपाही योगेश चहल साथी सिपाही मनोज को लेकर गया।
मोनू महिला सिपाही को लेकर आ रहा था। पीछे चल रहे योगेश चहल ने दोनों की वीडियो बना ली। योगेश की यह हरकत मोनू ने देख ली। दोनों में जमकर बवाल हुआ। आरोप है कि पूरे प्रकरण की जानकारी के बाद भी थाना प्रभारी सतेंद्र भड़ाना व इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार ने अधिकारियों को घटना से अनभिज्ञ रखा।
पंचायत कराकर मामले को निपटा दिया। सोमवार देर रात मामले ने उग्र रूप ले लिया। रात में मुंशी ड्यूटी पर तैनात सिपाही मोनू की पहले फोन पर सिपाही योगेश से बहस हुई। इसी के बाद उसने थाने में जमा दारोगा की पिस्टल निकाली और जमीन पर फायर कर दिया। गोली सीधे फर्श पर जा लगी जिससे कोई हताहत नहीं हुआ।
घटना की जानकारी पर एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह रात में ही थाने पहुंचे। पूछताछ में मोनू ने सिपाही योगेश पर परेशान करने का आरोप लगाया। जांच में सिपाहियों की महिला सिपाही को लेकर विवाद की बात सामने आई। इसी के बाद एसएसपी ने थाना प्रभारी समेत पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
नहीं लिखी गई प्राथमिकी, महिला सिपाही को कार्रवाई से रखा दूर
नियम के मुताबिक, मामले में फायर करने वाले पुलिसकर्मी पर प्राथमिकी भी लिखी जानी चाहिए। बताया गया कि सिपाही ने जब गोली चलाई, उस वक्त वह मुंशियाने में अकेला था।ऐसे में यदि वह अकेला था तब भी उसके ऊपर सरकारी संपत्ति के नुकसान की धारा में प्राथमिकी बनती है।
मंगलवार देर रात तक मामले में प्राथमिकी नहीं लिखी गई।यही नहीं जिस महिला सिपाही के चलते पूरा विवाद खड़ा हुआ, उसे कार्रवाई से दूर रखा गया। सिपाही मोनू मूलरूप से बागपत और महिला सिपाही मुजफ्फरनगर की रहने वाली है। दोनों के बीच एक वर्ष से प्रेम प्रसंग की चर्चा है।