बहुचर्चित श्रद्धा हत्याकांड में श्रद्धा के दोस्त राहुल राय ने खुलासा किया है कि मुंबई में 2020 में आफताब ने श्रद्धा को बुरी तरह पीटा था। तब उन्होंने थाने जाकर मामले की एफआईआर दर्ज कराने में श्रद्धा की मदद भी की थी। मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए आफताब को हिरासत में लेने का सुझाव दिया था, लेकिन श्रद्धा ने कहा था कि रिलेशनशिप में ऐसी चीजें होती हैं। वहीं अगले दिन पुलिस ने उसे पुलिस थाने भी बुलाया था। जहां श्रद्धा ने आशंका जताई थी कि वह डरती है कि आफताब उसे मार डालेगा, क्योंकि वह पहले भी उसे मारने की कोशिश कर चुका है और उसे कई बार पीटा भी है।

शिकायत में श्रद्धा ने पुलिस को ये भी बताया था कि आफताब ने उसे घर में बंद कर दिया था और उसके दूसरे अफेयर है और कई लड़कियों से बात करता है। उसने ये भी बताया था कि आफताब ड्रग्स लेता है। राहुल के मुताबिक, फिर से उससे संपर्क करने की कोशिश की तो उसने कहा कि चिंता मत करो, ऐसी चीजें होती हैं। इसके बाद राहुल का श्रद्धा से संपर्क नहीं हुआ।

23 नवंबर 2020 में श्रद्धा ने दोस्तों के साथ आफताब के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
पुलिस जांच में ये बातसामने आई है 23 नवंबर 2020 को आफताब ने श्रद्धा की जान लेने की कोशिश की थी। श्रद्धा ने अपने दोस्तों के साथ मुंबई के नालासोपारा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी।

पुलिस में शिकायत के बाद आफताब ने श्रद्धा से कहा मैं सुसाइड कर लूंगा, जिसके बाद मामला सुलझ गया था और श्रद्धा ने उसे माफ कर दिया था।

नवंबर 2020 से जुड़े वाकये को लेकर श्रद्धा के दोस्त ने फोटो शेयर किये हैं, उसमें श्रद्धा के चेहरे पर चोट के निशान साफ देखे जा सकते हैं। दावा किया है आरोपी आफताब श्रद्धा के साथ अक्सर मारपीट करता था। जब भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव होता था आफताब उसको बुरी तरह से पीटता था। दावा किया जा रहा है कि 2020 में किसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था तब भी आफताब ने श्रद्धा के साथ जमकर मारपीट की थी जिसमें श्रद्धा को कई जगह चोट आई थी।

विरार के नालासोपारा स्थित ओजोन मल्टीस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में श्रद्धा ने 2020 में इलाज कराया था। डॉ. एसपी शिंदे ने बताया की कंधों और पीठ में तेज दर्द के बाद श्रद्धा यहां भर्ती हुई थी। उसने कारण नहीं बताया था। हालांकि उसके साथ आफताब भी था। श्रद्धा के परिवार से कोई नहीं आया था।

कोर्ट ने पांच दिनों के लिए आफताब की कस्टडी बढ़ा दी है। वहीं पेश के दौरान कोर्ट के बाहर वकीलों ने जमकर हंगामा किया। वकीलों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। वकीलों की मांग थी कि आफताब को मौत की सजा दी जाए। वकीलों ने जमकर आरोपी के लिए फांसी की मांग को लेकर नारेबाजी की।

बद्री नाम के युवक ने ही श्रद्धा व आफताब को छतरपुर, महरौली में किराए पर फ्लैट दिलाया था। ये उसके जरिए ही दिल्ली पहुंचे थे। आफताब की गिरफ्तारी के बाद से बद्री गायब है। दक्षिण जिला पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश करने के लिए दिल्ली, एनसीआर व यूपी में दबिश दे रही हैं। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों का मानना है कि श्रद्धा हत्याकांड में बद्री अहम गवाह हो सकता है।

श्रद्धा का कत्ल करने के बाद आफताब मुंबई भी पहुंचा था और करीब 15 दिन पहले ही उसने परिवार वालों के साथ मिलकर सामान नए घर में शिफ्ट किया। उसे पता था कि अगर पकड़ा गया, तो सब परिवार को ढूंढेंगे। यह भी खुलासा हुआ है कि शव को काटते-काटते थक गया, तो खाना खाया, बीयर पी, फिर वेब सीरीज देखकर चैन से सो गया।