नई दिल्ली. भारतीय टीम में बड़े फेरबदल की उम्मीद है जिसमें फॉर्म से जूझ रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टेस्ट टीम से बाहर कर दिए जाएंगे. इससे पंजाब के प्रतिभाशाली बल्लेबाज शुभमन गिल के मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करेंगे. भारत को दक्षिण अफ्रीका से मिली 1-2 की हार के बाद टीम में इस बदलाव के होने की संभावना है. वहीं, विराट कोहली ने भी टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ दी है और वह बतौर बल्लेबाज खेलते दिखेंगे. भारत को अब अगली टेस्ट सीरीज श्रीलंका के खिलाफ खेलनी है. भारत की मेजबानी में होने वाली 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 25 फरवरी से बेंगलुरु में होगा, इसमें खिलाड़ियों के लिए कम से कम मिडल ऑर्डर के 2 स्थानों में जगह बनाने का मौका होगा. रोहित शर्मा के इस टेस्ट सीरीज के लिए फिट होने की उम्मीद है और वह लोकेश राहुल के साथ पारी के आगाज की जिम्मेदारी संभालेंगे. विराट कोहली के अचानक टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद रोहित इस सीरीज में टीम इंडिया की कमान भी संभाल सकते हैं.
शुभमन गिल ज्यादातर ओपनर के तौर पर खेले हैं लेकिन एक बार वह चोट से उबरकर खुद को उपलब्ध कराते हैं तो उम्मीद है कि टीम प्रबंधन और चयनकर्ता उन्हें विशेषज्ञ मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर चुनेंगे. पुजारा और रहाणे का राष्ट्रीय टीम से बाहर किया जाना निश्चित है. ये अपना स्थान तभी बचा सकते हैं जब कोच राहुल द्रविड़ चयन समिति को फॉर्म से बाहर चल रहे दोनों बल्लेबाजों को अंतिम मौका देने के बारे में कहें लेकिन अगर ऐसा होता है तो यह निश्चित रूप से सभी दावेदार युवाओं को निराश कर देगा जो अपने करियर में सही समय पर मौका नहीं दिए जाने से हताश महसूस कर रहे होंगे.
महान बल्लेबाज और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान कॉमेंट्री करते हुए कहा था, ‘मुझे लगता है कि पुजारा और रहाणे को श्रीलंका सीरीज के लिए टीम से बाहर कर दिया जाएगा. श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी दोनों खेलेंगे.’ उन्हें कहते हुए सुना गया, ‘हम देखेंगे कि कौन तीसरे नंबर पर खेलता है. हनुमा विहारी पुजारा का स्थान ले सकते हैं और श्रेयस अय्यर रहाणे की जगह 5वें नंबर पर खेल सकते हैं, लेकिन हमें देखना होगा. बहरहाल, मुझे लगता है कि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में 2 स्थान निश्चित रूप से खाली होंगे.’
भारतीय टीम को मध्यक्रम में ऐसे बल्लेबाजों की जरूरत होगी जो स्वच्छंद बल्लेबाजी कर सकें और एक सत्र में काफी रन जुटा सकें. कौशल, तकनीक और जज्बे को देखा जाए तो गिल इसमें बेहतर हैं. अगर गिल पांचवें नंबर पर खेलते हैं तो गेंद जब पुरानी हो जाए, तब वह हालात का फायदा उठा सकते हैं. मध्यक्रम के दूसरे स्थान के लिए चयन थोड़ा पेचीदा होगा जिसमें श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी के बीच कड़ा मुकाबला होगा. दोनों का प्रदर्शन शानदार रहा है. विहारी ‘डिफेंसिव’ खिलाड़ी हैं जो संयमित बल्लेबाजी कर तकनीकी मजबूती देते हैं जो टेस्ट क्रिकेट की जरूरत है. इससे वह पुजारा की जगह तीसरे स्थान के लिए अच्छे विकल्प हैं लेकिन अगर सकारात्मक जज्बे की बात की जाये तो अय्यर निश्चित रूप से बेहतर विकल्प हैं.
पुजारा और रहाणे दोनों 33 साल के हैं और शायद दोनों को देखना होगा कि वे बल्लेबाजी में कहां गलत हो रहे हैं. पेशेवर क्रिकेटरों के साथ समस्या यह है कि अगर सीरीज के बीच में तकनीकी समस्या आ जाए तो इसे ठीक करना मुश्किल है और वे इसे दूर करने के लिए अपने तरीके से काम करते हैं लेकिन राष्ट्रीय टीम से ब्रेक शायद उन्हें अपनी खामियों और मजबूत वापसी के लिए काफी समय दे सकता है. अच्छा होता अगर रणजी ट्रॉफी को फिर से स्थगित नहीं किया जाता क्योंकि इससे उन्हें बेहतरीन मैच अभ्यास का मौका मिल सकता था जिससे वे अपनी गलतियों को सही कर पाते क्योंकि मैच के दौरान गलतियां सही करना हमेशा बेहतर विकल्प होता है. अगर ऐसा नहीं होता तो वे इंग्लिश काउंटी में खेल सकते हैं, हालांकि दोनों को शुरुआती चरण में काउंटी में खेलने से ज्यादा मदद नहीं मिली. हालांकि इन दोनों के लिए ज्यादा मौका नहीं दिखता क्योंकि काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी खेलने के लिए इंतजार कर रहे हैं.