मुजफ्फरनगर। राकेश टिकैत ने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा और संविधान खतरे में हैं। इन सभी को बचाना है। खेती किसानी, जिससे यह आंदोलन शुरू हुआ, यह भी बिकने के कगार में है। हमारी समझ में जब आया तो उसके बाद किसान आंदोनल शुरू हुआ। आज हालात ये हैं कि सड़कों पर दस साल पुराना ट्रैक्टर-टेंपो नहीं चलेगा, वह भी इसी में आता है। उन्होंने कहा कि हम जिस जमीन पर आए हैं, उत्तर प्रदेश की यह जमीन गन्ना बेल्ट है। क्या इन्होंने नहीं कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो 450 रुपये भाव देंगे। पुरानी सरकारों ने 80 व 50 रुपये रेट बढ़ाया, क्या योगी सरकार इनसे कमजोर है, एक भी रुपया नहीं बढ़ाया। 12 हजार करोड़ से ज्यादा मिलों पर बकाया है, इन्हें मांगते हैं तो इसे राजनीति कहा जाता है।

किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत ने भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मिशन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड नहीं, मिशन देश बचाने का होगा। कहा देश और संविधान दोनों को बचाना होगा। आज लड़ाई इस मोड़ पर आ गई कि जो 14 करोड़ लोग बेरोजगार है, उनके कंधों पर ये आंदोलन है।

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने तीन बड़े धोखे दिए हैं। पहला धोखा यह कि रेल व हवाई अड्डे बेचे जाएंगे, यह घोषणा पत्र में नहीं लिखा गया था। फिर किसने यह ताकत दी? दूसरा धोखा यह किया कि बिजली बेचेंगे, प्राइवेट करेंगे, यह उनके घोषणा पत्र में नहीं था। वहीं जब लोगों से वोट मांगी, तब नहीं कहा, कि बिजली बेचेंगे, फिर अब ऐसा क्यों? तीसरा धोखा यह किया कि सड़कें बेचेंगे, उस पर टैक्स लगाएंगे। यह भी घोषणा पत्र में नहीं लिखा था। अब देख लो क्या-कया चीजें बिक रहीं हैं। एलआईसी जो देश की बड़ी कंपनी है लेकिन अब ये सब बिक रहे हैं। इनके खरीदार अडानी और अंबानी हैं, कोई और नहीं।

योगेंद्र यादव ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर हमला करते हुए पांच आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य नहीं बढ़ा, फसल बीमा के नाम पर फरेब किया, दाना दाना खरीदने का वादे पर खरीद नहीं हुई, कर्जमाफी के नाम ढोंग किया और लोगों को धर्म के नाम पर बांट दिया। उन्होंने कहा कि सौ सुनार की अब किसानों ने एक लुहार की चोट मारी है।

10 और 11 सितंबर को लखनऊ में होगी अहम बैठक
आगामी 10 और 11 सितंबर को लखनऊ में तमाम किसान संगठन के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक होगी, जिसमें प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर संयुक्त मोर्चा बनाए जाने पर मुहर लगाई जाएगी। वही महापंचायत के दौरान संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों में बलदेव सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चड्डूनी, राकेश टिकैत समेत सभी पदाधिकारियों ने मंच से एलान किया कि यूपी मिशन की सोच के साथ महापंचायत की गई थी लेकिन अब यह पूरे देश का मिशन है। 

27 सितंबर को भारत बंद का एलान
किसान महापंचायत के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से एलान कर दिया गया है कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के तहत 27 सितंबर को भारत बंद किया जाएगा। इसके अलावा यह भी एलान किया गया कि अब संयुक्त किसान मोर्चा का गठन देश के प्रत्येक राज्य में और प्रत्येक जिले में भी किया जाएगा। 

मंच से लगे अल्लाहु अकबर और हर हर महादेव के नारे
महापंचायत के मंच से टिकैत ने कहा कि यूपी की योगी सरकार सांप्रदायिक दंगा कराने वाली सरकार है। भाजपा तोड़ने का काम करती है और हम जोड़ने का काम करते हैं। इसी धरती से अल्लाह-हू-अकबर और हर हर महादेव के नारे लगते रहे हैं और लगते रहेंगे। इसी के साथ टिकैत ने वहां मौजूद लोगों से नारे भी लगवाए। मंच से टिकैत ने कहा कि मोदी-योगी की सरकार झूठी है। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। किसानों को गन्ने का भाव 430 रुपये प्रति कुंतल नहीं मिला। अब जब तक मांग पूरी नहीं होगी दिल्ली में आंदोलन जारी रहेगा। पूरे देश में संयुक्त मोर्चा आंदोलन करेगा। जब तक यह आंदोलन सफल नहीं होगा तबतक घर वापस नहीं लौटूंगा।

राकेश टिकैत बोले- हमें भारत के संविधान को बचाना है
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अब यह मिशन यूपी नहीं अब मिशन भारत है। हमें भारत के संविधान को बचाना है। मोदी सरकार और योगी सरकार बिजली, एयरपोर्ट सब कुछ बेचने की तैयारी कर रहे हैं।

मुजफ्फरनगर में महापंचायत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि किसान इस देश की आवाज हैं। किसान देश का गौरव हैं। किसानों की हुंकार के सामने किसी भी सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी को बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में पूरा देश किसानों के साथ है।