मुजफ्फरनगर। जनपद के भौराकलां थाना क्षेत्र के हड़ौली गांव में चाचा को फंसाने के लिए बेटों ने अपने बुजुर्ग पिता की हत्या कर दी। शव को जमीन में गाड़ दिया। जमीन पर बाजरे की बुआई कर दी। गुमशुदगी दर्ज हुई तो पुलिस ने पड़ताल की। सख्ती से पूछताछ पर हत्या का राज खुल गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक हड़ौली गांव निवासी कंवरपाल (70) जून माह में संदिग्ध हालात में गायब हो गया था। बेटों ने भौराकलां थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो सनसनीखेज खुलासा हुआ। मृतक के बेटे उपेंद्र और विक्की ने 28 जून को खेत में गला दबाकर हत्या कर दी थी। शव को अपने खेत में ही गड्ढा खोदकर दबा दिया। तीन दिन पहरेदारी करते रहे, इसके बाद जहां पिता के शव को गाड़ा गया था, वहीं पर बाजरे की फसल की बुआई कर दी।
उधर, गांव में कंवरपाल के गायब होने की चर्चा रही। मृतक के बेटों ने पारिवारिक चाचा पर अंदेशा जताया था। पुलिस ने सख्ती की तो दोनों बेटे टूट गए। वहीं शुक्रवार को पुलिस हड़ौली के जंगल में पहुंची, पहले चारा कटवाया और इसके बाद जेसीबी से जमीन की खुदाई कराई। करीब छह फीट नीचे से शव बरामद हो गया। पुलिस ने दोनों बेटों का चालान कर दिया है। सीओ फुगाना शरद चंद्र जोशी ने मीडिया को बताया कि पूछताछ में पता चला है कि बेटों ने ही अपने पिता की हत्या की थी।
गुरुवार देर रात पुलिस ने कंवरपाल का सड़ा गला शव उसके ही खेत से बरामद किया। पुलिस के अनुसार मृतक के बेटे उपेंद्र और विकास उर्फ विक्की की अपने ताऊ से पुरानी रंजिश है। ताऊ को फंसाने के लिए दोनों ने पहले पिता की गला दबाकर हत्या की और उसके बाद शव को खेत में दबा दिया। इतना ही नहीं आरोपितों ने जिस जगह कंवरपाल को दबाया था वहां बाजरे की फसल भी बो दी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दोनों आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की। शिकायत में कहा कि उनके ताऊ ने पिता का अपहरण कर हत्या कर दी है। आरोपित पुलिस पर भी ताऊ को पकड़ने का दबाव बनाते रहे। थाना प्रभारी नवीन भाटी ने बताया कि मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर दोनों भाइयों से अलग-अलग सख्ती से पूछताछ की गई, जिसके बाद दोनों ने पिता की हत्या करना स्वीकार किया। घटना के बाद क्षेत्र में जब इस बात का पता लगा तो कोई भी जल्दी से इस बात पर विश्वास करने के लिए तैयार नहीं हुआ कि मृतक के दोनों पुत्रों ने ही मिलकर उसकी हत्या कर दी। वारदात क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है।