मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में चल रहे पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन हो गया है। दोनों दलों ने एक दूसरे के अधिकृत प्रत्याशियों को अपना अपना समर्थन व्यक्त किया है। सपा ने जहां रालोद के तीन प्रत्याशियों को समर्थन दिया तो वहीं रालोद ने सपा के दो प्रत्याशियों को पार्टी की ओर से समर्थन का ऐलान किया है।

रविवार को जनपद में पंचायत चुनाव में पहली बार राजनीतिक स्तर पर गठबंधन नजर आया। समाजवादी पार्टी के प्रेस बयान जारी करते हुए बताया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा तय की गयी रणनीति के अनुसार मुजफ्फरनगर में पंचायत चुनाव में रालोद के प्रत्याशियों को पार्टी की ओर से समर्थन दिया जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत सदस्य पद पर चुनाव लड़ रहे रालोद के प्रत्याशियोें को रालोद की मुजफ्फरनगर इकाई के के आग्रह पर समर्थन का ऐलान किया गया है।

इनमें जिला पंचायत के अनारक्षित वार्ड संख्या 18 से गौरव बालियान, अनारक्षित वार्ड संख्या 20 से अंकित बालियान और पिछड़ा वर्ग के आरक्षित वार्ड संख्या 21 से कुलदीप मलिक को सपा ने अपना समर्थन व्यक्त किया है। वहीं रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने बताया कि समाजवादी पार्टी के अनुरोध पर जिले में जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में सपा के अधिकृत प्रत्याशी सुरक्षित वार्ड संख्या अनीता वाल्मीकि पत्नी हसीबुर्रहमान और अनारक्षित वार्ड संख्या 22 से बिलकीस पत्नी साजिद को रालोद की ओर से समर्थन व्यक्त किया गया है।

बता दें कि हाथरस में जयंत चौधरी पर पुलिस की लाठीचार्ज के बाद मुजफ्फरनगर में हुई पंचायत में ही सपा और रालोद के गठबंधन की तस्वीर को सपा नेता धर्मेन्द्र यादव ने साफ कर दिया था। जिला पंचायत के चुनाव में यहां पर रालोद और सपा की यह जुगलबंदी क्या गुल खिलाती है यह तो दो मई को साफ हो जायेगा, लेकिन इस राजनीतिक गठबंधन ने पंचायत चुनाव को महत्वपूर्ण और रोचक बना दिया है।