नई दिल्ली. आईसीसी टी20 विश्व कप का आगाज एक बड़े उलटफेर के साथ हुआ है. एशिया कप विजेता और पूर्व चैंपियन श्रीलंका की टीम को नामीबिया के हाथों करारी हार मिली. टूर्नामेंट राउंड-1 के पहले मैच में खराब शुरुआत के बाद गजब वापसी करते हुए नामीबिया ने 7 विकेट पर 163 रन का स्कोर खड़ा किया. लक्ष्य का बचाव करते हुए धारदार गेंदबाजी कर श्रीलंका को 19वें ओवर में महज 108 रन पर ढेर कर मुकाबला 55 रन से अपने नाम कर लिया. नामीबिया की किसी विश्व कप विजेता के खिलाफ जीत ने टूर्नामेंट में रोमांच भर दिया है.

हाल ही में एशिया कप में भारत और पाकिस्तान जैसी बड़ी टीमों को धूल चटाते हुए ट्रॉफी अपने नाम करने वाली श्रीलंका को बड़ा झटका लगा. पहले ही मुकाबले में ऐसी जबरदस्त हार ने ना सिर्फ उसका नेट रन रेट बिगाड़ा बल्कि सुपर 12 में पहुंचने की राह भी मुश्किल कर दी. टी20 के फटाफट मुकाबले में चीजें बड़ी तेजी से बदलती है. एक हार से सारे समीकरण में बदलाव हो जाता है और विजेता टीम पर बाहर हाने का खतरा मंडराने लगता है.

सुपर 12 की जंग में उतरी पूर्व चैंपियन श्रीलंका के अभियान को बड़ा झटका लगा है. राउंड-1 में दो ग्रुप हैं और दोनों ग्रुप में चार-चार टीमों को रखा गया है. कुल आठ टीमों में से दोनों ग्रुप की टॉप दो टीमें आगे बढ़ेंगी. श्रीलंका के ग्रुप में उसके अलावा नामीबिया, नीदरलैंड्स और यूएई की टीमें हैं. ये सभी टीम अपने दिन उलटफेर करने का माद्दा रखती है. अब श्रीलंका के लिए आगे मुकाबले मुश्किल होंगे क्योंकि बाकी बचे दोनों मैच करो या मरो वाले होंगे. एक भी हार टीम के वापसी का टिकट लगभग पक्का कर देगी.

श्रीलंका की टीम को अब 18 अक्टूबर को यूएई के साथ खेलना है. इसके बाद 20 अक्टूबर को नीदरलैंड्स के साथ उसका मुकाबला होगा. नीदरलैंड्स और यूएई के बीच रविवार (16 अक्टूबर) का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है. यहां जिसे भी जीत मिलेगी वह श्रीलंका को हराते ही दो जीत पक्की कर लेगा. अब यहां से श्रीलंका के पास सीधा सुपर 12 में जाने का एक आसान रास्ता है दो जीत. अगर एक भी मैच टीम हार जाती है तो फिर उसे बाकी टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना पड़ेगा लेकिन इसमें भी उसका नेट रन रेट अगर बेहतर हुआ तभी काम बनेगा.