मुजफ्फरनगर। तिकुनिया कांड के बाद किसान राजनीति के कारण संवेदनशील बने जनपद लखीमपुर खीरी में डेमेज कंट्रोल कर अपनी कार्यशैली को साबित कर चुके 2014 बैच के आईपीसी संजीव सुमन ने अपनी पहली प्रेस कॉंफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि उनका कार्यकाल यहां पर कितने दिन रहेगा, अब यह ईश्वर के हाथ, लेकिन वो जनता को इतना भरोसा देते हैं कि जिले में जितने भी दिन वो तैनात हैं, यहां किसी को भी कुछ गलत नहीं होने देंगे। उन्होंने समाज हित में मीडिया से भी सहयोग मांगा। जनपद में तैनात रहे आईपीएस विनीत जायसवाल के अचानक तबादले के बाद शासन ने लखीमपुर खीरी में एक बेहतरीन और अविस्मरणीय पारी खेलने वाले 2014 बैच के आईपीएस संजीव सुमन को यहां तैनात किया।
एसएसपी ने बताया कि वो बिहार के जिले खगड़िया से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उनकी परवरिश और शिक्षा झारखण्ड के जनपद बोकारो में हुई है। उन्होंने आईटीआई रुड़की से कम्प्यूटर साइंस में बी.टेक किया और इसके बाद बैंगलोर में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कम्प्यूटर इंजीनियर के रूप में सर्विस की। इसके साथ ही वो सिविल सर्विस के एग्जाम की तैयारी भी करते रहे। पहली पोस्टिंग जनपद बुलन्दशहर में हुई थी। इसके बाद वो एएसपी के पद पर जनपद आजमगढ़ और फिर एसपी सिटी कानपुर के पद पर तैनात रहे। उनको लखनऊ में भी काम करने का मौका मिला है। इसके साथ ही वो हापुड़, बागपत और लखीमपुर खीरी में भी तैनात रहे। इस पद के लिए मुजफ्फरनगर चौथा जिला है।
उन्होंने कहा कि मैं प्रोफेशनल नहीं, बल्कि आत्मीय सम्बंध बनाने का पक्षधर हूं, मीडिया यदि प्रोफेशनल व्यवहार करेगी तो रिश्ते भी उसी बुनियाद पर टिके होंगे। उन्होंने समाजहित में मीडिया से भी काम करने और सहयोग देने की अपेक्षा जाहिर करते हुए विश्वास दिलाया कि कोई कितना भी रसूखदार क्यों न हो, यदि गलत करेगा, तो मेरे कार्यकाल में उसको खामियाजा भुगतना होगा। हम मिलकर पुलिस कार्यालयों से लेकर थानों और चौकियों तक पब्लिक पुलिसिंग को मजबूती देने का काम करेंगे।