मुजफ्फरनगर। एसएसपी संजीव सुमन ने साइबर अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए बैंक प्रबंधकों की बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि साइबर अपराधियों की ओर से खाते से रकम ट्रांसफर करने के मामले में बैंक प्रबंधकों को सूचना मिलते ही साइबर अपराधी के खाते को फ्रीज कर देना चाहिए।

पुलिस लाइन में आयोजित बैठक में एसएसपी ने साइबर अपराधों से बचाव एवं उनके निवारण के लिए समस्त बैंक प्रबंधकों एवं अधिकारियों को जानकारी दी। बताया कि साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता हैं। सभी प्रबंधक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर बैंक में आने वाले खाताधारकों को साइबर अपराध के विषय में बताए। बचाव के लिए जागरूक करें, जब कभी भी कोई पीडि़त अपने खाते से एटीएम बदल कर अथवा खाते से रकम ट्रांसफर करने की शिकायत करने पहुंचता हैं तो तुरंत साइबर अपराधी का खाता फ्रीज कराया जाएं।

उन्होंने कहा कि शिकायत मिलती है कि पीडि़त को पहले पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कह दिया जाता था, ऐसा न करें। पीडि़त की साइबर हेल्प सेंटर समय पर सूचना दें। सभी प्रबंधकों को एक ग्रुप बनाने को कहा गया। सूचना देने के लिए एक फार्म भी बनाया गया, जिसे बैंक अधिकारी भर कर साइबर हेल्प सेंटर को भेजेंगे ताकि पीडि़त का समय बच सकें और पुलिस जल्द कार्रवाई करा सकें। बैंक प्रबंधकों ने भी एसएसपी को सहयोग का आश्वासन दिया। इस दौरान एसपी क्राइम प्रशांत कुमार प्रसाद, सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह मौजूद रहे।