नई दिल्ली. अगर आप भी अपना बिजनेस शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं तो आज हम आपके लिए जबरदस्त बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं. हम बात कर रहे हैं साबुन बनाने की फैक्ट्री यानी साबुन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बारे में. इसमें आपको सरकार से मदद तो मिलेगी ही साथ ही मुनाफा भी जबरदस्त होगा.

इस बिजनेस में मशीन की मदद से साबुन बनाया जाता है. साबुन बनाने के बाद इसकी मार्केटिंग कर उन्हें बाजार तक पहुंचाया जाता है. हालांकि कई लोग हैंड मेड साबुन बनाकर भी बाजार में बेचते हैं. अच्छी बात ये है कि छोटे स्तर पर भी इस बिज़नेस की शुरुआत की जा सकती है. दरअसल, डिमांड के चलते ये बिजनेस हर हाल में सफल होता है.

भारत में साबुन के बाजार की कई कैटेगरी है. साबुन बाजार को उसके उपयोग के आधार पर अलग-अलग कैटेगरी में बांटा जा सकता है. जैसे…लॉन्ड्री सोप, ब्यूटी सोप, मेडिकेटेड सोप, किचन सोप, परफ्यूम्ड सोप आदि. आप मांग और बाजार को ध्यान में रखते हुए इनमें से कोई भी कैटेगरी चुन सकते हैं.

केंद्र सरकार के मुद्रा स्कीम प्रोजेक्ट प्रोफाइल के अनुसार आप इसमें 1 साल में करीब 4 लाख किलो का कुल प्रोडक्शन कर सकेंगे. इसकी कुल वैल्यू 47 लाख रुपये होगी. इस स्कीम के तहत आपको सभी तरह के खर्च और अन्य देनदारियों के बाद 6 लाख रुपये यानी हर महीने 50,000 रुपये का शुद्ध मुनाफा होगा.

साबुन बनाने की यूनिट लगाने के लिए आपको कुल 750 वर्ग फीट जगह की जरूरत होगी. इसमें 500 वर्गफीट ढका हुआ और बाकी बिना ढका हुआ जगह चाहिए. इसमें सभी तरह की मशीनों के साथ ही 8 तरह के उपकरण लगेंगे. प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट के अनुसार, इन मशीनों को लगाने में कुल 1 लाख रुपये का ही खर्च आएगा.

साबुन का बिजनेस सफल होने की सबसे बड़ी वजह है कि इसकी डिमांड छोटे शहरों से लेकर बड़े शहरों, कस्बों और गावों में होती है. ऐसे में साबुन बनाने का बिजनेस आपके लिए मुनाफे वाला हो सकता है. सबसे बड़ी बात कि आप बहुत कम पैसों में साबुन की फैक्‍ट्री खोल सकते है. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए मोदी सरकार की मुद्रा स्कीम के तहत 80 फीसदी लोन ले सकते हैं.

साबुन बनाने की मैन्‍युफैक्‍चरिंग यूनिट लगाने में आपको कुल 15,30,000 रुपये खर्च होते हैं. लेकिन यह बिजनेस इसलिए आसान है क्योंकि इसमें यूनिट की जगह, मशीनरी, तीन महीने का वर्किंग कैपिटल शामिल है. इस 15.30 लाख रुपये में से आपको केवल 3.82 लाख रुपये खर्च करने होंगे. बाकी की रकम आप मुद्रा स्‍कीम के तहत लोन के तौर पर ले सकते हैं.