मुजफ्फरनगर। चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल का कार्यकाल बृहस्पतिवार को पूरा हो गया। इसके बाद अब उनके कार्यकाल में स्टेनो रहे गोपाल त्यागी के लिए मुश्किलें खड़ी होने शुरू हो गई है। कार्यालय में सर्विस बुक नहीं मिलने और ऑफिस नहीं आने पर गोपाल त्यागी का वेतन रोक दिया गया है। उनकी जांच की जा रही है।
युवा अंबेडकर मंच के राधेश पप्पू की शिकायत पर गोपाल त्यागी की जांच शासन स्तर से चल रही है। जांच में शासन ने गोपाल त्यागी की सर्विस बुक तलब की है। ईओ हेमराज ने सर्विस बुक की तलाश कराई, लेकिन वह पालिका में नहीं मिली है। संबंधित लिपिक से सर्विस बुक की जानकारी मांगी गई, लेकिन लिपिक ने बुक के गायब होने की बात कही है। ईओ ने अब गोपाल त्यागी का वेतन रोकने के लिए कह दिया है। वेतन बनाने वाले लिपिक ने जब उनके सामने कर्मचारियों की सूची दी तो इसमें से गोपाल त्यागी का नाम काटने के लिए कहा है।
ईओ हेमराज ने बताया कि जिस व्यक्ति की कार्यालय में सर्विस बुक नहीं, यहां नौकरी करने का कोई सबूत हमारे पास नहीं है तो वह फर्जी होने की संभावना है। पालिका के रिकॉर्ड में जिसकी हाजिरी लगेगी, जिसकी सर्विस बुक हमारे पास है, हम उसी को वेतन देंगे। जब ये यहां नौकरी करने को सबूत दे देंगे तो हम वेतन जारी कर देंगे।
पालिका में आए दिन विवाद रहे हैं। निवर्तमान चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने उन्हें अपना स्टेनो बनाया तो आरोप-प्रत्यारोप लगने शुरू हुए। लखनऊ तक शिकायतों की गूंज हुई।