शामली, झिंझाना। कस्बे का उप डाकघर मात्र एक व्यक्ति के सहारे चल रहा है। लोगों का कहना है कि डाकघर कभी भी समय से नहीं खुलता। रोजाना कनेक्टिविटी गायब रहती है। जिससे आए दिन रजिस्टर्ड डाक व खाते से पैसों के लेनदेन व अन्य कार्यों में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कस्बे के बीचोंबीच स्थित उप डाकघर के खुलने का समय निर्धारित नहीं है। शुक्रवार को साढ़े 11 बजे डाकघर खुलने पर यहां पर तैनात कार्यवाहक पोस्ट मास्टर आलोक मिश्रा ने बताया कि मेरी पोस्टिंग शामली में है। मैं अब शामली डाकघर में कार्य करके आ रहा हूं। डाकघर के खुलने के समय के बारे में पोस्ट मास्टर ने बताया कि यहां पर मैं सिर्फ अकेला हूं जिससे कार्य अधिक होने और कनेक्टिविटी के बार-बार चले जाने से लोगों को परेशानी हो रही है। डाकघर खुलने के इंतजार में गांव पुरमाफी निवासी संजीव, परमेंद्र तथा वेदपाल, ओमपाल, विनोद आदि ने बताया कि डाकघर के खुलने का समय निर्धारित नहीं है। हम लोग दस बजे से डाकघर के बाहर खड़े हैं। डाकघर के समय से न खुलने से कस्बा व क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है।