नई दिल्ली: 24 अगस्त 2024 की सुबह एयरपोर्ट पर हर दिन की तरह आम हलचल थी। कुछ मिनट पहले ही लैंड हुई फ्लाइट से यात्री अपने-अपने बैग के साथ बाहर निकल रहे थे। तभी सुरक्षाकर्मियों की नजर एक महिला पर पड़ी, जिसके पास एक छोटा सा गुलाबी रंग का केबिन बैग था। उसने एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारियों से बात की और बताया कि इस देश में यह उसकी पहली यात्रा है। साथ ही उसने यह भी कहा कि वो यहां कुछ अच्छी जगहों पर रिसर्च के लिए आई है।

अधिकारियों ने जब उसके बैग के बारे में सवाल किया तो महिला ने कहा कि उसमें कोई भी अवैध सामान नहीं है, सुरक्षाकर्मी चाहें तो बैग की तलाशी ले सकते हैं। एयरपोर्ट के अधिकारी अभी कुछ सोच ही रहे थे कि महिला ने अपना मोबाइल उनकी तरह बढ़ाते हुए कहा कि वो फ्रांस घूमकर आ रही है और वो लोग चाहें तो उसकी तस्वीरें देख सकते हैं।

एक अधिकारी ने मोबाइल ले लिया और गैलरी में तस्वीरें देखने लगा। कुछ तस्वीरों के बाद अचानक इस अधिकारी की उंगलियां मोबाइल पर ठहर गईं। उसने चौंककर पहले महिला की तरफ देखा और इसके बाद मोबाइल अपने सीनियर अधिकारी की तरफ बढ़ा दिया। इसके बाद कुछ ही सेकंड के भीतर महिला को गिरफ्तार कर लिया गया और एक ऐसी हकीकत सामने आई, जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

दरअसल, ये महिला अपने शरीर के अंदर और ब्रा के अस्तर में कोकीन की गोलियां छिपाकर ला रही थी। 27 वर्षीय इस महिला का नाम है लारिसा लिंस, जो ब्राजील की रहने वाली है। 24 अगस्त को लारिसा को लगभग 100 पैकेट कोकीन के साथ गिरफ्तार किया गया। हैरानी की बात यह है कि लारिसा ने अनजाने में ही बॉर्डर फोर्स के अधिकारियों को अपने मोबाइल पर ड्रग की तस्वीरें दिखा दीं।

पूरी कहानी कुछ इस तरह है कि लारिसा लिंस ने फ्रांस और पुर्तगाल की यात्रा के बाद ब्राजील से मैनचेस्टर के लिए उड़ान भरी थी। एयरपोर्ट पर पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वो अच्छी जगहों पर घूमने और रिसर्च करने के लिए यूके आई है। हालांकि, अधिकारियों को अपना मोबाइल दिखाना उसे महंगा पड़ गया। दरअसल, जब अधिकारियों ने उसके मोबाइल की गैलरी चेक की, तो उन्हें फ्रांस में उसकी खींची गई कुछ तस्वीरों में सफेद रंग की गोलियां दिखीं।

इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसकी तलाशी ली, तो सारी पोल खुल गई। लारिसा ने अपने शरीर के अंदर-बाहर, निगलकर और छिपाकर एक किलो कोकीन छुपा रखी थी। पोल खुलने के बाद उसने क्लास A ड्रग्स की तस्करी का जुर्म स्वीकार कर लिया। मामले में उसे तीन साल जेल की सजा सुनाई गई है। साथ ही उसे बताया गया कि अपनी 40 फीसदी सजा काटने के बाद उसे वापस ब्राजील भेज दिया जाएगा।

अधिकारियों के मुताबिक, लारिसा 24 अगस्त को साओ पाउलो से फ्रांस और पुर्तगाल होते हुए मैनचेस्टर पहुंची थी। उसके पास केवल एक छोटा सा गुलाबी रंग का केबिन बैग था। लारिसा ने अधिकारियों से कहा कि उसने अपना सूटकेस खुद पैक किया है और इसमें कुछ भी अवैध सामान नहीं है। हालांकि, मोबाइल की तस्वीरों में वो कोकीन की कुछ गोलियों के साथ दिखी।

गिरफ्तारी के बाद लारिसा ने बताया कि उसने एक दिन पहले ही अपने शरीर के अंदर कोकीन की गोलियां डाली हैं। इसके बाद उसे वीथेनशॉ अस्पताल ले जाया गया, जहां ये सभी गोलियां उसके शरीर से निकलाई गईं। लारिसा की आगे की तलाशी लेने पर, उसकी ब्रा के अस्तर में और गोलियां छिपी हुई मिलीं। कुल मिलाकर 99 गोलियां जब्त की गईं, जिनका वजन पैकेजिंग सहित 1.1 किलोग्राम और बिना पैकेजिंग के 923 ग्राम था।

कोर्ट में उसकी पेशी के दौरान बताया गया कि मार्केट में क्लास A ड्रग की थोक कीमत लगभग 30 हजार पाउंड है। जबकि, बाहर बेचने पर इसी कोकीन के बदले में 72 हजार पाउंड तक मिलते हैं। लारिसा ने कोर्ट में माना कि उसने फ्रांस के लिए उड़ान भरने से पहले 100 गोलियां निगली और अगले तीन दिन तक इन्हें पास कर एक दूसरे आदमी के पास इनकी सप्लाई की।

इसके बाद मैनचेस्टर के लिए अपनी उड़ान से एक दिन पहले उसने दस और गोलियां निगली और कुछ और गोलियां आंतरिक रूप से डाली थीं। इसके अलावा उसके कजिन भाई ने उसकी ब्रा में कुछ और गोलियां रखी थीं। हालांकि, पुलिस जांच में लारिसा का यूके या उसके मूल देश ब्राजील में कोई पुराना क्रिमिनल रेकॉर्ड नहीं मिला। लारिसा चार बच्चों की मां है और उसने कहा कि अपने किए पर उसे पछतावा है।