मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया गया कि जानसठ कस्बे की चार साल की बच्ची के साथ तांत्रिक ने दुष्कर्म किया था। तांत्रिक पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है। तांत्रिक ने बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद जंगल में बेहोशी की हालत में फेंका और फरार हो गया। बच्ची को तांत्रिक को सौंपने वाले युवक को भी मुकदमे नामजद कराया गया है। पीड़िता बच्ची की मां ने मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी तांत्रिक फरार है, जबकि दूसरे आरोपी युवक को पुलिस पकड़ चुकी है। पीड़िता बच्ची की हालत नाजुक है। गंभीर हालत में बच्ची मेरठ के एक हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती है

कस्बे की एक मोहल्ला निवासी महिला की चार साल की बच्ची को रविवार सुबह आठ बजे घर से परिचित युवक ले गया था। महिला ने अपनी बच्ची को तलाश करना शुरू किया। रविवार दोपहर बाद तक परिवार वालों को न तो युवक मिला और न ही बच्ची का कही पता चला था।

रविवार शाम के समय पुलिस चौकी मीरापुर दलपत क्षेत्र के गांव के जंगल में पुलिस को चार साल बच्ची बेहोश और लावारिस अवस्था में सड़क किनारे पड़ी मिली, बच्ची घायल भी थी। पुलिस ने बच्ची को मुजफ्फरनगर जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। मां ने फोटो से अपनी बच्ची को पहचान की थी। मां ने पुलिस को उसकी बच्ची को ले जाने वाले युवक का नाम बताया था।

पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बच्ची को पहचान वाले तांत्रिक को सौंपने की बात बताई थी। पीड़िता बच्ची की मां ने तांत्रिक सोनी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने तांत्रिक को बच्ची सौंपने वाले युवक राजीव उर्फ टूटा को भी मुकदमे में शामिल करते हुए नामजद कराया है।

आरोपी तांत्रिक सोनी फरार है, जबकि दूसरा आरोपी राजीव पुलिस हिरासत में है। आरोपी तांत्रिक को पकड़ने के लिए उसके भाई व रिश्तेदार को हिरासत में लिया। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए उनसे पूछताछ कर रही है। उधर, बच्ची की हालत गंभीर बताई गई है। परिवार के लोगों का कहना है कि बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे मेरठ एक हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

पुलिस इंस्पेक्टर विश्वजीत सिंह के मुताबिक आरोपी तांत्रिक सोनी ने बच्ची के मुंह में रेत भरा था। आरोपी बच्ची की घटना को दूसरा रुप देना चाहता था। संभवत: उसका मकसद था कि बच्ची के मुंह रेत भरकर उसके नहर या रजबहे में बाइक पर लेकर गिराने जा रहा होगा। ग्रामीणों के देखने पर वह सड़क पर ही बच्ची को फेंक कर चला गया था।

महिला के कोई औलाद नहीं हुई थी, इसलिए उसने बच्ची को रिशतेदार से गोद ली थी। महिला अपने मकान की दुकान में ही किराना दुकान चलाकर बच्ची की परवरिश कर रही थी। तांत्रिक व बच्ची ले जाने वाले युवक का उसके घर आना जाना था।

पीड़ित बच्ची का पिता ट्रक चालक है। जो कोलकाता जेल में कई माह से बंद है। वह कई बार अपने ट्रक में गोकशी के लिए गाय भरकर कोलकाता ले जाता था। वह पहले भी गोकशी के मामले जेल जा चुका है। उसकी पत्नी अकेली घर रहती है। पत्नी अपनी गोद ली बच्ची के साथ जीवन व्यतीत कर रही है।