मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड के गुरुकुल नारसर में बेटी के यहां छूछक का सामान देने जा रहे एक परिवार की कार पहिया निकलने पर मुजफ्फरनगर-शामली बाईपास पर पलट गई। इस हादसे मेें आकांक्षा (15) की मौत हो गई जबकि दो बच्चों सहित पांच घायल हो गए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
बापगत की कोतवाली छपरौली के गांव सिलाना निवासी शौकेंद्र के परिवार की युवती के यहां बेटे का जन्म हुआ है। मंगलवार को शोकेंद्र के परिवार के लोग उत्तराखंड के रुड़की क्षेत्र के गुरुकुल नारसन में बेटी के घर छूछक का सामान देने जा रहे थे। परिवार के लोग दो कारों में सवार होकर चले थे। एक कार में बच्चे आकांक्षा (15) पुत्री शौकेंद्र, अकुंर पुत्र वेदप्रकाश, खुशी (5) पुत्री सुधीर, हिमांशी (9) पुत्री हिमांशी, भारती (22) वेदप्रकाश बैठी थी। कार को कुरड़ी बागपत निवासी रवि पुत्र राजवीर चला रहा था। दूसरी कार में परिवार के ही विशाल, अमित आदि सवार थे। बच्चों वाली कार पीछे चल रही थी। शामली-मुजफ्फरनगर बाईपास पर काली नदी के पास पीछे चल रही कार का पिछला पहिया अचानक निकल गया। गति तेज होने कारण कार पलट गई। सभी बच्चे कार में फंस गए। बच्चों में चीख पुकार मच गई। हादसे को देखकर राहगीरों की भीड़ लग गई।
सूचना पर वहलना चौकी पुलिस टीम मौके पर पहुंची और सभी कार में सवार बच्चों और अन्य को बाहर निकाला। सभी को प्राइवेट अस्पताल में भिजवाया गया। डाक्टरों ने आकांक्षा को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों को ज्यादा चोट नहीं आई थी। उन्हें उपचार दिया गया। शहर कोतवाली प्रभारी आनंद देव मिश्र ने बताया कि घायल से जानकारी लेकर दूसरी कार में सवार लोगों को सूचना देकर अस्पताल बुलाया गया। उनके अन्य परिजन भी जानकारी मिलने के बाद पहुंच गए थे। मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया हैं।