मुजफ्फरनगर. हाथों में मेहंदी लगाए और आंखों में कई सपने संजोए युवती घंटों तक दूल्हे और बरात का इंतजार करती रही, मगर न तो दूल्हा पहुंचा और न ही बराती। परिवार के लोगों पर भी एक-एक पल भारी पड़ रहा था। दुल्हन पक्ष के लोगों ने काफी मिन्नतें कीं, लेकिन दहेज के लोभी पीएसी के जवान और उसके परिवार ने शादी से साफ इनकार कर दिया। दूल्हा पक्ष 10 लाख रुपये की मांग पूरी कराने पर अड़ा रहा। बात नहीं बनी तो मामला पुलिस तक पहुंचा, इस पर भी दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई। पुलिस ने दहेज में दिए गए पैसे वापस कराकर समझौता कराया।
सरधना रोड स्थित सैनिक विहार निवासी एक युवक लखनऊ में पीएसी में सिपाही के पद पर तैनात है। सिपाही की शादी मुजफ्फरनगर के एक गांव निवासी युवती से तय हुई थी। नौ मई की रात को बरात आनी थी। दुल्हन के परिजन शादी की तैयारी में लगे थे। रात बीतती रही, लेकिन बरात नहीं आई। ऐसे में खुशी की जगह सभी के माथे पर चिंता की लकीरें पड़नी शुरू हो गर्इ। फोन पर जानकारी ली तो पता चला कि दहेज की मांग पूरी न होने पर दूल्हे ने बरात लाने से मना कर दिया।
मंगलवार को दुल्हन पक्ष के लोग सैनिक विहार पहुंचे, लेकिन दूल्हा पक्ष 10 लाख रुपये और देने की मांग पर अड़ा रहा। दोनों में कहासुनी होती रही। मामले की जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने में भी दूल्हे ने शादी से मना कर दिया और दहेज में दिए गए पैसे लौटा दिए। पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता करा दिया। अब दुल्हन पक्ष दूसरी जगह शादी करने के लिए दूल्हे की तलाश में जुट गया है। थाना प्रभारी सुबोध कुमार का कहना है कि तहरीर मिली थी, लेकिन दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।