नई दिल्ली. टाटा ग्रुप हाथों बिकने के बाद करीब दो साल से बंद पड़ी सरकारी कंपनी नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड में फिर से कारोबार शुरू हो गया है. इस बारे में एनआईएनएल (NINL) की तरफ से जानकारी दी गई. टाटा ग्रुप की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि ओडिशा स्थित नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड ने टाटा स्टील की सहायक कंपनी की तरफ से 12,000 करोड़ रुपये में टेक ओवर के करीब 90 दिन बाद परिचालन शुरू कर दिया है.
आपको बता दें यह कंपनी 30 मार्च 2020 से बंद है. कंपनी के अधिग्रहण के समय ही टाटा की तरफ से इसका परिचालन अक्टूबर में शुरू करने की बात कही गई थी. अगले 12 महीने में कंपनी की स्थापित क्षमता हासिल करने की उम्मीद है. टाटा स्टील एनआईएनएल की क्षमता को बढ़ाकर 50 लाख टन करने और इसके लिये जरूरी मंजूरी हासिल करने को लेकर भी कदम उठा रहा है.
नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड को टाटा स्टील ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के जरिये खरीदा है. इस डील को जनवरी 2022 में 12,000 करोड़ रुपये में फाइनल किया गया था. एनआईएनएल के परिचालन की खबर के बाद टाटा स्टील के शेयरों में शुरुआती कारोबार में 2 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखी जा रही है. यह शेयर 2 रुपये से ज्यादा चढ़कर 100.50 रुपये पर पहुंच गया है.
पिछले पांच दिन की बात करें तो शेयर में 3.66 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है. हालांकि पिछले एक महीने यह शेयर करीब 6 प्रतिशत टूट गया है. लेकिन अब आने वाले दिनों में इसके चढ़कर 130 रुपये तक जाने की संभावना बाजार एक्सपर्ट की तरफ से जताई गई है. 10 लाख टन सालाना की क्षमता वाले ओडिशा स्थित इस्पात संयंत्र का अधिग्रहण पूरा होने के बाद टाटा स्टील की तरफ से बताया गया कि 2030 तक एनआईएनएल की क्षमता बढ़ाकर एक करोड़ टन प्रतिवर्ष करने की है.
एक अधिकारी ने बताया था कि टाटा स्टील की यूनिट टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (TSLP) ने जनवरी में 12,100 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर एनआईएनएल में 93.71 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी. नीलाचल इस्पात का कलिंगनगर, ओडिशा में 1.1 मीर्टिक टन क्षमता वाला एक इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट है. यह सरकारी कंपनी भारी घाटे में चल रही थी. कंपनी पर 31 मार्च 2021 तक 6,600 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज और देनदारियां थीं.