मुजफ्फरनगर. मारपीट की धाराओं में फंसाने के लिए मुकदमे को गंभीर बनाना को मुजफ्फरनगर के भोपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी और फार्मासिस्ट से मिलना जरूरी है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई डाक्टर और फार्मासिस्ट की वीडियो से यह राजफाश होता नजर आ रहा है।
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार जहां स्वास्थ्यकर्मियों और इंफ्राटेक्टचर को बेहतर कर रही हैं। वहीं कुछ चिकित्सक सरकार और अफसरों की आंखों में धूल झोंक फर्जी मेडिकल बनाने का काम रहे हैं। भोपा सीएचसी की दो वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुई है, जिसमें एक युवक खुद को नई मंडी थाना क्षेत्र निवासी गांव का बता रहा है। युवक पहले सीएचसी परिसर में ही फार्मासिस्ट प्रशांत राठी से बात कर अपनी बहन के ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा कर उसमें मारपीट की गंभीर धाराएं बढ़वाने के लिए सलाह मांग रहा है। फार्मासिस्ट सलाह देते हुए ससुरालियों को आसपास के क्षेत्र में बुलाकर उनसे जबरन झगड़ने को कह रहा है, फिर लड़की के भाई और अन्य के शरीर पर हल्के निशान बनाकर 112 नंबर पर काल करने की सलाह दे रहा है। फार्मासिस्ट वीडियो में कह रहा है कि वह डाक्टर साहब से बात कर फर्जी मेडिकल बनवा देगा और उन्हें चिकित्सक से भी आमने-सामने मिलवाएगा। यदि सीधे बनवाओगे तो 15 हजार रुपये देने होंगे और पुलिस की चिट्ठी खुद लेकर आओगे तो आठ हजार में काम हो जाएगा।
दूसरी वायरल वीडियो में भोपा सीएचसी प्रभारी डा. मनीष वर्मा भी बेनकाब हो रहे है। स्टिंग करने वाला युवक उनसे फर्जी मेडिकल बनवाने के लिए डील कर रहा है, जिसमें वह उन्हें नया व्यक्ति बताते हुए अधिक बात न कर पाने की मजबूरी दर्शा रहे हैं, लेकिन फर्जी मेडिकल बनाने के लिए अनुमति प्रदान कर रहे हैं। चिकित्सक मनीष वर्मा कह रहे हैं कि पैसे की बात प्रशांत से कर लो। इसी दौरान स्टिंग करने वाले युवक ने 15 हजार मांगने की बात कहते हुए तस्वीर साफ करते हुए कहा कि आपके द्वारा ही कुछ दिन पूर्व अन्य फर्जी मेडिकल आठ हजार में बनवाया था, जिसे वह डा. मनीष को दिखाकर उन्हें मेडिकल बनाने की याद भी दिला रहा है।
भोपा सीएचसी पर फर्जी मेडिकल बनाने की जानकारी अभी मेरे संज्ञान में नही है। इस मामले की जांच कराई जाएगी। वीडियो देखने के बाद फर्जी मेडिकल बनाने वाले चिकित्सक और स्टाफ पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।