मुजफ्फरनगर। जिले में चीनी मिलों का पेराई सत्र पूरा होना शुरू हो गया है। खाईखेड़ी चीनी मिल का पेराई सत्र सबसे पहले बंद होगा। रोहाना चीनी मिल को तितावी मिल का गन्ना आवंटित होने से यह चार अप्रैल तक चलेगी। भैसाना और टिकौला चीनी मिल ने पांच अप्रैल को पेराई बंद करने का नोटिस जारी किया है। मोरना मिल 15 और तितावी, मंसूरपुर, खतौली 20 से 25 अप्रैल तक चलने की संभावना है।
जिले में चीनी मिलों के पेराई सत्र का समापन होना प्रारंभ हो गया है। खाईखेड़ी चीनी मिल में मंगलवार रात तक पेराई सत्र का समापन हो जाएगा। 24 मार्च से यह चीनी मिल लगातार बंदी का नोटिस जारी कर रही थी। आखिरी दिन गांवों में इन मिलों ने मुनादी करा दी। रोहाना चीनी मिल को तितावी का गन्ना मिलने से यह बंदी के नोटिस के बाद भी पेराई कर रही है। इसका पेराई सत्र चार अप्रैल को सम्पन्न होने की संभावना है। इसी के साथ जिले की दो चीनी मिलों टिकौला और भैसाना ने पांच अप्रैल को चीनी मिल के पेराई सत्र का समापन करने का नोटिस जारी कर दिया है।
जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया ने बताया कि मोरना चीनी मिल 15 अप्रैल तक चलने की संभावना है। खतौली, मंसूरपुर और तितावी चीनी मिल के 20 से 25 अप्रैल के बीच तक चलने की संभावना है। इस बार चीनी मिलों के सत्र का समापन अप्रैल में ही हो जाएगा। जिले की आठ चीनी मिलों में पेराई सत्र 2022-23 में एक करोड़ पांच लाख नौ हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ था। इस सत्र 2023-24 में अब तक 91 लाख आठ हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ है। चीनी मिले बंद होनी शुरू हो गई है। गन्ना विभाग के अनुसार दस लाख क्विंटल चीनी का इस बार कम उत्पादन होगा।