मुजफ्फरनगर। जनपद की आठ में से सात चीनी मिलें मई के दूसरे पखवाड़े में अपना पेराई सत्र समापन कर सकेंगी। जनपद में इन मिल क्षेत्रों में अभी तक करीब 10 से 12 प्रतिशत पेराई योग्य गन्ना खड़ा है। तकनीकी कमी ठीक होते हुई पिछले कई दिन से बंद पड़ी रोहाना मिल ने गन्ना पेराई शुरू कर दी है।
जनपद में आठ चीनी मिलें खतौली, मंसूरपुर, भैसाना, तितावी, रोहाना, खाईखेड़ी, टिकौला व मोरना हैं। इन मिलों ने अभी तक 890 लाख कुंतल गन्ना पेराई कर 95 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन कर लिया है। अभी खेतों में करीब 120-130 लाख कुंतल गन्ना खड़ा है। किसानों का भुगतान समय पर नहीं करने पर गन्ना आयुक्त ने भैसाना चीनी मिल का क्षेत्रफल काटकर अन्य मिलों को दे दिया था। गन्ना नहीं मिलने पर यह मिल बंद हो गई थी।
सात चीनी मिलें अपनी पूरी पेराई क्षमता से चल रही हैं। रोहाना मिल तकनीकी कमी के चलते कई दिन तक बंद रही। इससे क्षेत्र के किसानों को थोड़ा परेशानी जरूर हुई। लेकिन अब यह मिल भी पूरी क्षमता से गन्ना पेराई कर रही है। सभी चीनी मिलें मई के दूसरे पखवाड़े में पेराई सत्र समाप्त कर सकती हैं। गत वर्ष मिलों ने 1010 लाख कुंतल गन्ना पेराई किया था, इस बार 1020 लाख कुंतल गन्ना पेराई करने का अनुमान है। जिला गन्ना अधिकारी डा. आरडी द्विवेदी का कहना है कि जब तक खेतों में पेराई योग्य गन्ना रहेगा, चीनी मिलें चलती रहेंगी।