लखनऊ. केजीएमयू शिक्षक भर्ती को लेकर कार्य परिषद के फैसला सवालों के घेरे में आ गया है। पदों को तय करने में चूक की बात को लेकर कार्यपरिषद ने शिक्षक भर्ती रद्द की थी। राजभवन ने दोबारा कार्यपरिषद की बैठक कर शिक्षक भर्ती के मसले में फैसला करने के निर्देश दिए हैं।
10 जनवरी को 2020 केजीएमयू में शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। एनॉटमी, कम्युनिटी मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ, वृद्धावस्था मानसिक स्वास्थ्य विभाग, पीडियाट्रिक एंड प्रिवेंटिव डेंटिस्ट्री, पैथोलॉजी और फॉर्माकोलॉजी विभाग के विभिन्न पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई थी। साक्षात्कार के लिए आवेदकों के नाम तय किए गए। तय समय पर साक्षात्कार हुए। शिक्षकों की भर्ती का रिजल्ट कार्यपरिषद में रखा गया। इसमें द्विव्यांगजन आरक्षण के तहत सीट तय न होने की बात कही गई।
लिहाजा कार्यपरिषद ने विज्ञापन रद्द करने की संस्तुति कर दी थी। इसके खिलाफ राजभवन में शिकायत हुई। राजभवन ने केजीमएयू को प्रक्रिया शुरू होने के बाद नियमों के तबदील पर असंतोष जाहिर किया। दोबारा कार्य परिषद बैठक करने के निर्देश दिए हैं। आरोप हैं कि वृद्धावस्था मानसिक रोग विभाग का परिणाम घोषित किया गया।