मुजफ्फरनगर। हरियाणा के किसानों ने सिसौली पहुंचकर किसान भवन के पुस्तकालय में लगे उद्घाटन शिलापट से हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला का नाम काटकर हटा दिया। किसानों ने नाम काटकर अलग करने का कारण बताते हुए कहा कि उन्हें जननायक जनता पार्टी (जजपा) व दुष्यंत चौटाला से नफरत है। शिलापट से नाम हटाने का वीडियो प्रसारित हो रहा है। वहीं भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि नया शिलापट बनवा दिया गया है।

छह अक्टूबर को दिवंगत किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का 87वां जन्मदिवस सिसौली के किसान भवन में मनाया गया। कार्यक्रम में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला ने भी भाग लिया था। जहां उन्होंने किसान भवन परिसर में स्थित देवीलाल पुस्तकालय का उद्घाटन किया था। इस पुस्तकालय के निर्माण में दुष्यंत चौटाला की ओर से सहयोग करते हुए 21 लाख रुपये की धनराशि पूर्व में ही दी गई थी।

रविवार को हरियाणा के कुछ किसान सिसौली में किसान भवन पर पहुंचे और शिलापट से अजय चौटाला का नाम काटकर अलग कर दिया। इस घटना का वीडियो भी प्रसारित किया गया, जिसमें किसान कह रहे है कि दुष्यंत चौटाला ने यह पत्थर लगवाया है। हमें जजपा व दुष्यंत चौटाला से नफरत है, इसलिए पत्थर से उनका नाम हटाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि चौधरी देवीलाल का सम्मान करते हैं। शिलापट से नाम हटाने के लिए अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।

भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत का कहना है कि दिल्ली से सिसौली रविवार दोपहर को आना हुआ। इसके बाद इस मामले की जानकारी मिली। हरियाणा के नाराज किसानों से बातचीत की जाएगी। पूछेंगे कि ऐसा क्यों किया। बैठकर सभी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है। फिलहाल नया शिलापट बनवाया गया है। नए शिलापट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।