मुजफ्फरनगर। जिले के खतौली क्षेत्र के खेड़ी राजपूतान गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के लिए बनाए गए हेलिपैड की ईंट उखाड़ने पहुंचे मजदूरों को किसानों ने दौड़ा लिया। किसानों ने कहा कि प्रशासन ने करीब 60 बीघा जमीन से उजाड़ी गई फसल का मुआवजा नहीं दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों पर धमकी देने का आरोप लगाया गया है। मुख्यमंत्री से प्रकरण की शिकायत की गई है।
सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का रविवार को शिलान्यास हुआ था। इस कार्यक्रम में आए पीएम और सीएम के लिए हेलिपैड जिले के खेड़ी राजपूतान गांव में बनाया गया था। समारोह समाप्त होने के बाद लोक निर्माण विभाग की ओर से भेजे गए ठेकेदार ने रविवार रात मजदूरों के साथ हेलिपैड की ईंट उखाड़नी शुरू की। इसकी जानकारी मिलते ही रात में ही किसान पहुंच गए और मजदूरों को दौड़ा लिया।
किसान सुनील कुमार ने बताया कि मुआवजा नहीं दिया है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया था, लेकिन सरसों, गेहूं और ईख की फसल के नुकसान का आंकलन नहीं किया गया है। खेतों को समतल नहीं किया गया है। जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा हेलिपैड नहीं उखाड़ने दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस बाबत शिकायत की गई है। किसान ने कहा कि वह हेलिपैड पर आत्मदाह से भी पीछे नहीं हटेंगे। ग्राम प्रधान के पति सतपाल सिंह ने कहा कि किसानों को मुआवजा चाहिए।