मुजफ्फरनगर। विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी हासिल करने के लिए कोचिंग ले रहे अभ्यर्थियों को झांसे में लेकर लाखों रुपये ऐंठने वाले गैंग के 4 सदस्यों को मुजफ्फरनगर पुलिस ने दबोच लिया। एक मामले में वांछित चल रहे चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया।

एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गी ने बताया कि सिंचाई विभाग, डाकखाना तथा भारतीय खाद्य निगम जैसे विभागों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठने वाले गिरोह को थाना सिविल लाइन पुलिस ने दबोच लिया। उन्होंने बताया कि थाना सिविल लाइन पुलिस को एसएसपी ने वांछित बदमाशों को गिरफ्तार करने के आदेश दिये थे।

जिसके उपरांत थाना सिविल लाइन के दारोगा कौशल गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस ने वांछित बदमाशों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि उसी के क्रम में थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मेरठ हाईवे से वांछित चल रहे 4 अभियुक्तों को दबोच लिया।

एसपी सिटी ने बताया कि दबोचे गए अभियुक्तों में मो. राशिद पुत्र मो. नत्थू निवासी इंद्रा नगर थाना इंद्रा नगर लखनऊ, रोहित पुत्र राजकुमार, निवासी मछली फाटक कालोनी थाना ठाकुर गंज लखनऊ, लक्खी पांडे पुत्र आनंद पांडेय निवासी टुंडा कालोनी तेज बाग पीजीआइ लखनऊ, अंकित वर्मा पुत्र संतराम निवासी ग्राम करपिया थाना मंसूरी जिला बाराबंकी को दबोच लिया।

एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि पूछताछ में दबोचे गए बदमाशों ने बताया कि वे सरकारी नौकरी के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम वसूलते थे। बताया कि पूछताछ में सामने आया कि चारों आरोपी कोचिंग लेने वाले युवाओं को वहीं से अपने झांसे में ले लेते थे।

उनका फर्जी तरीके से फार्म भरवाते थे तथा फर्जी नियुक्ति पत्र देकर सरकारी विभागों में ठेकेदारी परनौकरी कराते थे और एक-दो महीने का वेतन भी उनके खाते में डलवा देते थे। बताया कि यह काम ये चारों लोग मिलकर जिला मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ, आगरा, मैनपुरी, एटा तथा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में करते थे।