बागपत। यमुना में कूदी युवती का शव करीब 40 किलोमीटर दूर दिल्ली के श्याम घाट के निकट बागपत के गोताखोरों को मिला। उन्होंने यमुना से निकालकर शव को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। यूपी और हरियाणा पुलिस ने युवती को बरामद कराने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। पीड़ित स्वजन ने अपने खर्च से गोताखोरों से सर्च अभियान चालू कराया था।
मुजफ्फरनगर के ग्राम कुटबा निवासी 21 वर्षीय नीतू 13 अगस्त की सुबह अपने जीजा नरेंद्र ठाकुर के साथ सोनीपत से बाइक से लौट रही थी। निवाड़ा पुल पर नीतू ने एक रुपये का सिक्का यमुना में डालने के बहाने से बाइक रुकवाकर यमुना में छलांग लगा दी थी। यूपी के बागपत और हरियाणा के सोनीपत की पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई थी। घंटों बाद तय हुआ था कि हादसा सोनीपत क्षेत्र में हुआ है।
पीड़ित स्वजन के काफी आग्रह करने पर हरियाणा पुलिस ने करीब साढ़े पांच बजे मोटर वोट से यमुना में नीतू की तलाश शुरू की थी। करीब एक घंटे बाद सर्च अभियान बंद कर दिया गया था। स्वजन अपने खर्च से स्थानीय गोताखोरों से 14 अगस्त की सुबह से नीतू को यमुना में तलाश करा रहे थे।
गोताखोर इरफान, शरीफ और नौशाद बुधवार सुबह युवती का शव बरामद करने में कामयाब हुए। गोताखोर इरफान ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ सुबह करीब 9.30 बजे यमुना में युवती को तलाश करते हुए दिल्ली के वजीराबाद पुल के निकट श्याम घाट पर पहुंचे। जहां पर युवती का शव पानी में उतराता हुआ मिला। जिसे यमुना से बाहर निकालकर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। पीड़ित स्वजन ने शव की शिनाख्त नीतू के रूप में की। हादसा स्थल से करीब 40 किमी. दूर युवती का शव मिला है। पीड़ित स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है।