शामली। बुटराड़ा गांव में सोमवार दोपहर धमाके के बाद ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला। फैक्टरी में जगह-जगह मानव शरीर के चिथड़े बिखरे थे। जिसे देख ग्रामीण कांप उठे। इससे आशंका जताई जा रही थी कि कई मजदूरों की मौत हुई है। बाद में हादसे में मारी गई वीरमति के शव के टुकड़े ईख के खेत में बोरे में मिले। जिसे देखने की हिम्मत भी ग्रामीण नहीं कर पा रहे थे।
फैक्टरी में काम करने वाले मजदूर अंकित ने बताया कि जिस समय यह घटना हुई, सभी मजदूर खाना खाने के लिए जा रहे थे। वह फैक्टरी के दूसरे हिस्से में थे। जबकि वीरमति बारूद के ढेर के पास थी। अचानक जोरदार धमाका हुआ। सभी मजदूर वहां से भाग खड़े हुए। किसी को इस बात की जानकारी नहीं है कि विस्फोट की वजह क्या रही।
बुटराड़ा गांव में पटाखा फैक्टरी में हुआ विस्फोट कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी जिले में अवैध पटाखा फैक्टरियों में हादसे होते रहे हैं। जिसमें कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। जबकि कई गंभीर घायल हुए हैं। हादसे के कुछ दिन तक तो अधिकारी और संबंधित विभाग इन फैक्टरियों के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा करते हैं, लेकिन बाद में फिर से इनकी अनदेखी की जाने लगती है। उसी का परिणाम है कि जिले में ऐसे हादसे रूक नहीं रहे हैं।
जिले में इससे पहले ये हुए हादसे
– कांधला में वर्ष 1984 में शामली रोड स्थित फैक्टरी में आग लगने से सात लोगों की मौत।
– करीब बीस साल पहले गढ़ीपुख्ता क्षेत्र में फैक्टरी में धमाका होने से मां-बेटी की मौत।
– करीब 14 साल पहले गढ़ीपुख्ता क्षेत्र में ही घर में पटाखे बनाते हुए दो झुलसे।
– कांधला में वर्ष 2006 में मोहल्ला रायजादगान में पटाखों में आग लगने से सात लोगों की मौत।
– थानाभवन में 2007 में मोहल्ला छिपीयान में एक फैक्टरी में विस्फोट होने से 12 लोग झुलसे।
– थानाभवन में 2011 में नई घास मंडी के एक घर में पटाखों में विस्फोट, महिला व किशोरी झुलसी।
– थानाभवन में वर्ष 2014 में मोहल्ला छिपीयान के एक घर में विस्फोट होने से वृद्धा की मौत।
– थानाभवन में 2013 में मोहल्ला छिपीयान में घर में पटाखों में विस्फोट से दो लोगों की मौत, कई झुलसे।
– थानाभवन में वर्ष 2018 में दीपावली से तीन दिन पहले कूड़ा उठाते समय विस्फोट होने से सफाई कर्मचारी झुलसा।
– वर्ष 2018 में कांधला में फैक्टरी में आग लगने से पांच लोगों की मौत हुई है।
– 11 अगस्त 2021 को काजीवाड़ा मोहल्ले में पटाखों में विस्फोट से महिला की मौत व बालिका घायल।
– एक अक्तूबर 2021 को कैराना में जगनपुर रोड पर अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट, पांच मजदूरों की मौत।
अक्तूबर में इस फैक्टरी की हुई थी चेकिंग
– कैराना में जगनपुर रोड पर एक अक्तूबर को विस्फोट में पांच मजदूरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद अधिकारियों ने जिलेभर में चेकिंग अभियान चलाया था। एसपी सुकीर्ति माधव खुद इस फैक्टरी की चेकिंग के लिए गए थे। तब फैक्टरी संचालक को नियमानुसार कार्य करने की हिदायत दी गई थी।
कई गांवों के मजदूर फैक्टरी में करते थे मजदूरी
बाबरी। पटाखा फैक्टरी में बाबरी सहित हिरनवाड़ा, सिक्का सिलावर, मुजफ्फरनगर के तितावी थाना क्षेत्र के गांव अलीपुर कलां, व सोहजनी जाटान के करीब 50 मजदूर फैक्टरी में कार्य करते थे। सोमवार को अन्य गांवों के साथ बाबरी की दर्जनों महिलाएं भूरिया, ममता, रमेशो, सविता, सुनीता, रूबी, शिया, सोनी, अंजू, अमरेश, सुनीता व वीरमति मजदूरी के लिए गई थी, लेकिन वीरमति के विस्फोट में चिथड़े उड़ गए।
मृतक महिला के परिजनों व ग्रामीणों ने शव को नहीं उठाने दिया। उसकी तीन पुत्रियों रविता 18 ,मनीषा 16 ,पिंकी 14 को आर्थिक मदद की मांग पर अड़ गए। बाद में मौके पहुंचे गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने मृतक की लड़कियों को कानूनी कार्यवाही कराने के साथ-साथ सरकार से आर्थिक सहायता भी दिलाने का आश्वासन दिया।
मांस के टुकड़ों को कुत्ते के बताती रही पुलिस
शुरू में मौके पर पड़े मृतक महिला वीरमति के शव के छोटे-छोटे टुकड़े पड़े थे। जिन्हें बाबरी पुलिस ने बताया की फैक्टरी में कुत्ते भी पाले हुए थे जो विस्फोट के चलते टुकड़ों में उड़ गए हैं। लेकिन बाद में महिला के शव के टुकड़े बरामद हुए तो स्थिति साफ हुई। धमाके के बाद जब पुलिस और ग्रामीण वहां पहुंचे तो शव के टुकड़े दूर तक बिखरे पड़े थे। जिनको कुत्ते नोंच रहे थे। यह देख ग्रामीणों का कलेजा कांप गया। धमाका होने के बाद तीन के मरने का शोर मचा रहा। पुलिस ने मजदूरों के घर जाकर भी जांच-पड़ताल की। बाबरी थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कसाना ने बताया मृतक के भाई बिंदर की तहरीर पर फैक्टरी मालिक रिजवान के खिलाफ मामला दर्ज कर शव पीएम को भेजा गया है।
वीरमति की शादी कैल शिकारपुर जिला मुजफ्फरनगर निवासी नवाब से कई वर्ष पूर्व हुई थी। दोनों की तीन बेटियां भी हैं। वीरमति का अपने पति से विवाद चल रहा था। जिससे बाद वह अपनी पुत्रियों के साथ मायके में रहकर मजदूरी कर रही थी।