मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर जनपद स्थित सर्वखाप पंचायतों का केंद्र रहे सोरम गांव की एतिहासिक चौपाल का जीर्णोद्धार होगा। एक करोड़ रुपये की लागत से चौपाल की मरम्मत से लेकर इसे आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा। युवाओं के लिए चौपाल में आधुनिक पुस्तकालय की स्थापना भी की जाएगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य राज्यों की सर्वखाप पंचायतों का केंद्र रहे सोरम गांव से आजादी की लड़ाई लड़ी गई थी। 1857 की क्रांति का बिगुल गांव की एतिहासिक चौपाल से भी बजाया गया था। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने बताया कि एतिहासिक चौपाल के जीर्णोद्धार का कार्य कराया जाएगा, इसके लिए पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। करीब एक करोड़ रुपये से चौपाल के जीर्णोद्धार का कार्य होगा। जल्द ही चौपाल पर कार्यक्रम के जरिए कार्यों की शुरूआत होगी।
चौपाल के एक कमरे में आधुनिक लाइब्रेरी शुरू करने की योजना है। इससे क्षेत्र के युवाओं को लाभ होगा। किताबों के अलावा इंटरनेट की सुविधा मिलेगी और युवाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। चौपाल सर्वखाप का मुख्यालय है। एतिहासिक पंचायतों के फैसले चौपाल पर हुए हैं। सामाजिक आंदोलनों में सोरम की खास भूमिका रही है। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने बताया कि एतिहासिक धरोहर को सहेजने का प्रयास किया जा रहा है। चौपाल की मरम्मत और अन्य कार्यों के लिए सहमति मिल गई है।